मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
हर हर महादेव की जयकारों के साथ प्रारंभ हुई नर्मदा पुरम जिले के अमरनाथ कहे जाने वाली नागद्वारी गुफा की यात्रा
प्रशासन ने चप्पे चप्पे पर सुनिश्चित की सभी आवश्यक व्यवस्थाएं
16 सेक्टर में विभाजित मेले पर 800 से अधिक अधिकारी कर्मचारी एवं पुलिस बल रखेंगे निगरानी
प्रथम दिवस 25हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने किये अपने आराध्य के दर्शन
नर्मदापुरम। अपने आराध्य के प्रति गहरी आस्था एवं भक्ति लिए श्रद्धालु पहुंच रहे हैं पद्मश शेषनाग द्वारा मंदिर। नर्मदापुरम जिले की अमरनाथ धाम की यात्रा हुई प्रारंभ। सावन माह में आयोजित होने वाले इस 10 दिवसीय मेले में भगवान भोलेनाथ की भक्ति में लीन श्रद्धालु दुर्गम रास्तों से भरा 19 किलोमीटर का सफर पहाड़ों एवं घाटियों को पार कर चट्टानों में लगाई गई लोहे की सीढ़ियों के सहारे तय कर के मंदिर पहुंच रहे है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार को 25 हज़ार से भी अधिक श्रद्धालुओं ने नागद्वारी गुफा मंदिर पहुंचकर अपने इष्ट के दर्शन कर सुख और शान्ति की मनोकामना की। उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्ष 10 दिनों तक ही एसटीआर के कोर एरिया में स्थित इस मंदिर के द्वार खुलते है तथा भक्तो को जाने की अनुमति प्राप्त होती है।
मेले के सफल संचालन के लिए पचमढ़ी तहसील में कंट्रोल रूम स्थापित कर पूरे मेले पर उच्च अधिकारियों द्वारा नजर रखी जा रही है। आवश्कता पडने पर प्वाईंटों पर सामग्री तथा अन्य व्यवस्थाऐं तत्काल उपलब्ध करायी जा रही हैं। मेले में समस्त आवश्यक संसाधनों की पूर्ति मेला प्रारंभ होने की तिथि से एक दिवस पूर्व ही की जा चुकी है जिनमें विद्युत व्यवस्था पेयजल व्यवस्था आदि सम्मिलित है। संपूर्ण मेल ट्रैक मार्ग की मरम्मत भी लोक निर्माण विभाग द्वारा की गई है जिससे भक्तों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। जिन स्थानों पर विद्युत आपूर्ति नहीं की जा सकती है उन स्थानों पर जनरेटर सेट के द्वारा आपूर्ति को सुनिश्चित किया जा रहा है। मेले में आने वाले मंडलों को भी समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए चार दिवस पूर्व ही अंदर जाने की अनुमति दी जा चुकी है जिससे वह भंडारे आदि की समस्त सामग्रियों को पूर्व नियोजित थी सुनिश्चित कर लें।
संपूर्ण मेला क्षेत्र 16 सेक्टर पॉइंट्स में बांटा गया है। जिनमें प्रत्येक सेक्टर प्वाईंट पर सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किये गये हैं, जो भक्तों की समस्याओं का समाधान करेंगें तथा मेला सफलतापूर्वक चले इसके लिए वालिंटियर्स मेला क्षेत्र के प्रत्येक प्वाईन्ट पर उपलब्ध है। मेले में सेक्टर अधिकारियों के अलावा राजस्व, नगर पालिका, होमगार्ड, पुलिस तथा अन्य कर्मचारियों की टीम भी तैनात रहेगी। पूरे मेले के दौरान 24 घंटे ड्यूटी में संलग्न कर्मचारियों द्वारा मेले की निगरानी की जाएगी। पूरे मेला क्षेत्र की 700 से अधिक पुलिस के जवानों द्वारा सुरक्षा की जा रही है। इस वर्ष सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए संपूर्ण मेला क्षेत्र पर ड्रोन कैमरा से भी नजर रखी जाएगी।
इसके साथ ही मेला क्षेत्र में 12 पॉइंट पर अस्थाई स्वास्थ्य केंद्रों को तैयार किया गया है जहां पर आपात स्थिति के दौरान श्रद्धालुओं को प्राथमिक उपचार देकर उन्हें चिकित्सालय भेजा जा सकेगा। मेले में डॉक्टरों की टीम भी अन्य सेक्टर प्वाईन्टों पर उपलब्ध है। मेले में आवश्यकता पड़ने पर मरीजों की सुलभ निकासी के लिए एम्बुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध है जिससे भक्तों को हर सम्भव मदद एवं उपचार मिल सके।
संपूर्ण मेला क्षेत्र में साफ सफाई का भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। रोगों के संक्रमण को रोकने के लिए संपूर्ण मेला क्षेत्र में जगह जगह ब्लिचिंग, चूना पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है। इसी के साथ जलगली, काजरी, चिंतामन तथा नागद्वारी स्थल पर भी सफाई मित्रों ने मोर्चा संभाल कर रखा है। जगह-जगह गार्बेज कलेक्शन प्वाइंट तैयार किए गए हैं तथा पूरे रास्ते में विभिन्न स्थानों पर डस्टबिन भी स्थापित किए गए हैं। सफाई मित्रों द्वारा 24 घंटे कचरा प्रबंधन हेतु साफ-सफाई की जा रही है। इसके अतिरिक्त श्रद्धालुओं को भी गार्बेज कलेक्शन प्वाइंट एवं डस्टबिन में कचरा डालने की लिए माइक सेट द्वारा अनाउंसमेंट करके जागरूक किया जा रहा है।
मेले में श्रद्धालुओं की समस्त मूलभूत आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा व्यापक स्तर पर तैयारी की गई है। श्रृद्धालुओं के लिये शुद्ध पेय जल की व्यवस्था अस्थाई पानी की लाइन तथा टेंकरों के माध्यम से सुनिश्चित की जा रही है। वर्षा कल को ध्यान में रखते हुए पेयजल की सफाई के उपरांत ही आपूर्ति की जा रही है।
भक्तों को बस स्टेण्ड से जलगली जाने हेतु जिप्सी वाहन की व्यवस्था की गई है। प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी श्रृद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए राशि न बढाकर कर रू0 50/- प्रति व्यक्ति ही रखी गई है। आज दिनांक तक लगभग 150 परमिट वितरित किये जा चुके है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य और सुविधा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा इस वर्ष नागद्वारी यात्रा हेतु समस्त व्यवस्थाएं सुचारू एवं संवेदनशील दृष्टिकोण से की गई हैं। मेला क्षेत्र में शांति, सुव्यवस्था एवं श्रद्धालु संतुष्टि सुनिश्चित करने हेतु अधिकारी-कर्मचारी सतत रूप से कार्यरत हैं।
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