भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर किसानो की भव्य ट्रैक्टर रैली मंडी में संपन्न हुई
वाद विवाद के बाद आखिरकार मंडी में हुई किसानों की सभा
राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसानों के मुद्दों को लेकर केंद्र एवं प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया
सिवनी मालवा/ नर्मदा पुरम। भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर किसानो की ट्रैक्टर रैली और मंडी में होने वाली सभा उस समय विवाद में फंस गई । जब प्रशासन ने मंडी की सभा की अनुमति देने से मना कर दिया था ।अब इसे प्रशासन की अकड़ कहीं जाए या चूक इसके चलते किसानों में आक्रोश और ज्यादा बढ़ गया। हालांकि किसानों के आक्रोश को देखते हुए छावनी बन चुकी मंडी में अंततः प्रशासन ने सभा की अनुमति दे दी।
किसानो की ट्रैक्टर रैली तवा कॉलोनी के पास से प्रारंभ हुई ,जिसमें लगभग 500 ट्रैक्टर रैली की शक्ल में चल रहे थे । उक्त रैली की अगुवाई भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत खुद ट्रैक्टर चलाते हुए रैली में आगे चल रहे थे। उनके पीछे-पीछे बड़ी संख्या में किसान भी सिवनी मालवा से बनापुरा कृषि उपज मंडी तक पहुंचे। किसान की इस रैली को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल सिवनी मालवा में तैनात कर दिया गया था। सभा स्थल तक पहुंचने को लेकर किसानों और प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों के बीच जमकर बहस हुई। जब किसानों का आक्रोश शांत नहीं हुआ तो पुलिस और प्रशासन ने किसानों को मंडी में जाने से रोकने के लिए लगाए गए, बैरिकेट्स को आनन-फानन में हटा दिया और किसानों को मंडी के अंदर जाने दिया।
पुलिस और प्रशासन के रवैये से नाराज किसान कृषि मंडी के भीतर पहुंचकर भारी धूप में ही सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे । इसके बाद एक ट्राली को मंच का रूप देखकर राकेश टिकैत की सभा संपन्न कराई गई। सभा के समापन पर तहसीलदार राकेश खजूरिया को किसान की मांगों का ज्ञापन भी सोपा गया।
कृषि मंडी में आयोजित इस सभा में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्र और राज्य सरकार को आड़े हाथो लिया। उन्होंने कहा कि किसानों की मंशा के अनुरूप सरकार काम नहीं कर रही है सरकार की इच्छा किसानों को फायदा पहुंचाने की बजाय किसानों से जमीन कैसे ली जाए इसकी है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले समय में खाने की रोटी भी कीमत देकर वसूली जाएगी।
किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि अपनी मंडी में पंचायत या सभा करने की अनुमति लेने की जरूरत नहीं है अनुमति लेने की परंपरा गलत है ना हमने पहले कोई अनुमति ली है नहीं आने वाले समय में हम कोई अनुमति लेंगे। किसान की मंडी में सभा करने की अनुमति कौन देगा यह हमारी मंडी में यहां सभा करने की से सूचना दी जाती है। अभी तो कोई बड़ा आंदोलन नहीं होगा। लेकिन जिस तरह से प्रदेश का किसान सोयाबीन को लेकर सड़क पर उतर रहा है तो आने वाले समय में बहुत बड़ा आंदोलन हो सकता है। शिवराज सिंह चौहान केंद्र में कृषि मंत्री हैं मध्य प्रदेश में 15 साल सरकार चला चुके हैं तो उन्हें किसानों के लिए काम करना चाहिए।
इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष पटवारे, जिलाध्यक्ष राकेश जाट सहित बड़ी संख्या में किसान भी उपस्थित रहे। श्री टिकैत का स्वागत गांधी चौक पर प्रदेश कांग्रेस महासचिव राधेश्याम पटेल और ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विजय पटेल के द्वारा किया गया तो वहीं बानापुरा में इसका स्वागत कांग्रेस के विधायक प्रत्याशी रहे अजय पटेल के नेतृत्व में हुआ
किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि C2 प्लस 50% वाला फार्मूला लागू हो जाता है तो किस को अपना मूल्य मिल जाएगा। लागत में 50% जोड़कर यही हाल चने के समय भी होता है लेकिन किस की बात सुनने के लिए सरकार तैयार नहीं है। मंडी में किसान अपनी उपज बेचने के लिए खड़ा रहता है जब किसान रिश्वत देता है उसके बाद ही उसकी उपज की तुलाई होती है। अगर किसानों के लिए एमएसपी खरीद कानून बन जाएगा तो एमएसपी से कम की खरीद होना बंद हो जाएगी, कानूनी अधिकार किसान को मिल जाएगा, पूरे देश मे यही लड़ाई चल रही है।
No comments:
Post a Comment