मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
नागरिक दायित्व बोध के आदर्श प्रतीक हैं जटायू -- डॉ कृष्ण गोपाल मिश्र
एकेएन न्यूज़ नर्मदा पुरम। मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय रामलीला उत्सव चित्रकूट में व्याख्यान हेतु आमंत्रित वरिष्ठ साहित्यकार एवं शास. नर्मदा महाविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्णगोपाल मिश्र ने जटायू पर व्याख्यान देते हुए जटायू की जन्म कथाओं का वर्णन किया।
उन्होंने बताया कि जटायू सूर्य के सारथी अरुण और श्येनी के पुत्र हैं। सर्वांग रामायण में उन्हें राजा तरंगराय का पुत्र बताया गया है जो अष्टावक्र ऋषि के श्राप से गीध बने । बाल्मीकि रामायण में जटायू आयुर्वेद के ज्ञाता, ज्योतिष विशारद महान योद्धा और बलशाली हैं। वे इच्छानुसार मनुष्य और गीध दोनों रूपों में कार्य करते हैं। दशरथ की रक्षा इंद्र पर विजय और रावण से संघर्ष उनकी यश गाथा की उपलब्धियाँ हैं।
यदि जटायू की तरह देश का सामान्य नागरिक अपराध के विरुद्ध अपने दायित्व का निर्वाह करे तब ही प्रशासन अपराध के रावण का अंत कर सकता है। इस अवसर पर उत्सव के आयोजक डॉ. दीपक गुप्ता ने डॉ. मिश्र का अभिनंदन किया तथा बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित हुए।
No comments:
Post a Comment