मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
अभिमान भगवान की भक्ति में सबसे बड़ी बाधा है -पंडित अनिल मिश्रा
धूमधाम से मना भगवान का जन्मोत्सव
नर्मदा पुरम। समीपस्थ ग्राम गजपुर में तोमर परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के चौथे दिन पं अनिल मिश्रा ने कहा कि अभिमान भगवान की भक्ति में सबसे बड़ी बाधा है। जो भी कर्म हम कर रहे है उसे भगवान की सेवा मानकर करने पर वह भी धर्म बन जाता है। पूर्व जन्म के पापों के कारण मनुष्य का मन भगवान में नहीं लगता। उन्होंने कहा कि बीते हुए बुरे दिनों को याद करके वर्तमान नहीं बिगाड़ना चाहिए। अच्छा स्वभाव भगवान सौभाग्यशाली को ही प्रदान करते है।
संसार में सुखी रहना है तो सत्संग और भगवान की भक्ति ही इसका उपाय है, अन्य सांसारिक सुख समय आने पर समाप्त हो जाते है। जो उदर में लगने लायक भोजन करे और तन के लिए आवश्यक वस्त्र पहने,ज्यादा की कोई आशा न करे वही सच्चा संत है। दान करने से धन घटता नहीं है, एक दिन भी बिना दान के नहीं बीतना चाहिए। इसी के साथ महाराज श्री ने गज ग्राह्य, समुद्र मंथन, वामन अवतार,राम अवतार, कृष्ण अवतार की कथा सुनाई। बालकृष्ण की झांकी सजाकर भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया। इस मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
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