पंच सरपंच का यह पहला कर्तव्य है कि वह अपने ग्राम पंचायत को आदर्श बनाएं - मंत्री प्रहलाद पटेल
पंचायत से कोई भी अधिकार छिना नहीं जाएगा लेकिन पंचायत कर्तव्यों का पालन करें
पौधारोपण अभियान मां नर्मदा के नाम पर समर्पित होगा
इस वर्ष तार फेंसिंग लगाकर ही पौधारोपण किया जाएगा
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री पटेल पंच सरपंच सम्मेलन में शामिल हुए
नर्मदापुरम। प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री तथा श्रम विभाग के मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि पंच सरपंच से कोई भी अधिकार नहीं छीना जाएगा लेकिन पंच सरपंचों का यह प्रमुख दायित्व है कि वह सौपे गए कर्तव्य को पूरा करें। श्री पटेल ने कहा कि पंच और सरपंच यदि ठान ले तो अपनी ग्राम पंचायत को आदर्श ग्राम पंचायत बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि पंच और सरपंचों के पास अभी ढाई साल का समय है। इन ढाई सालों में वह अपने ग्राम पंचायत को बेहतर से बेहतर बना सकते हैं।
श्री पटेल ने कहा कि जिन ग्राम पंचायतों ने ठीक काम किया उन्हें एक करोड रुपए की राशि दी गई और जिन ग्राम पंचायत ने उत्कृष्ट कार्य करके दिखाया उन्हें 3 करोड रुपए की राशि विकास कार्यों के लिए दी गई। इससे संदेश साफ है की काम करने वाली पंचायतें पुरस्कृत होगी। मंत्री प्रहलाद पटेल शुक्रवार को नर्मदापुरम के जनपद पंचायत प्रांगण में पंच सरपंच सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
श्री पटेल ने कहा कि पंच और सरपंच अधिकार मांगते हैं लेकिन कर्तव्य कहीं पीछे छूट जाते हैं। महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया और पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने कहा था कि पंच मै परमेश्वर का वास होता है लेकिन जब उन्होंने यह वाक्य कहा तब कर्तव्य की बात थी तब अधिकार नहीं था लेकिन आज हम कर्तव्य को भूलकर अधिकार की मांग करते हैं। उन्होंने कहा की आजादी के बाद पंचायत को अधिकार नहीं थे, तब ग्राम पंचायत सर्वश्रेष्ठ कार्य करके दिखाती थी। तब कुछ लोग अपनी पंचायत का विकास करने के लिए स्वयं आगे आकर राशि एकत्रित कर विकास के कार्य करते थे, लेकिन आज सभी लोग सरकार से आस रखते हैं। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि सभी पंच और सरपंच निश्चित रहे उन्हें अधिकार मिलेंगे लेकिन वह अपने कर्तव्य ना भूले। सभी पंच एवं सरपंच ग्राम पंचायत को अपने परिवार की तरह चलाएं। 5 वर्ष की अवधि में ग्राम की भलाई के लिए कार्य करें।
श्री पटेल ने कहा कि कोई भी ग्राम पंचायत बिना कार्यालय भवन के नहीं रहेगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए 1195 ग्राम पंचायत में प्रथम चरण में पंचायत भवन बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया है। पूर्व में इसे सुशासन भवन नाम दिया गया था लेकिन बाद में इसे ग्राम सेवा सदन का नाम दिया गया। उन्होंने कहा कि यदि कोई ग्राम पंचायत भवन 30 से 35 साल पुराना है तो उस भवन को डिस्मेंटल करके पुनः नया नवीन भवन बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व में ग्राम पंचायत भवन तीन मंजिला होगी इसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी लेकिन आज इंजीनियरों ने ऐसी डिजाइन बनाई है कि अब ग्राम पंचायत भवन तीन मंजिला बनाई जा सकती है।
श्री पटेल ने कहां की पूर्व में पंचायत भवन बनाने के लिए 15 लाख रुपए की राशि दी जाती थी जिसे बढाकर 25 लाख किया गया और अब वर्तमान में 37, 50 लाख रुपए की राशि से पंचायत भवन बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 500 की आबादी में प्रधानमंत्री सड़क बनाई जाती थी लेकिन अब यदि उन ग्राम पंचायत में सहरिया, बैगा, भारिया आबादी है तो 100 की आबादी में भी प्रधानमंत्री सड़क बनाई जा रही है।
श्री पटेल कहां की ग्राम पंचायत का यह प्रमुख दायित्व है कि वह अपनी नाले और नालियां ठीक से बनाएं यदि कहीं नल की टोटी या पाइप फूट गया है तो उसे ठीक करें इसके लिए पंचायत में फंड आता है। पेयजल एवं सड़क, बिजली, पानी की सुविधा उपलब्ध कराए। उन्होंने कहा कि 6 लाख प्रधानमंत्री आवास बनाने की चुनौती है। जिसे हर हाल में पूरा किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा की आवास की किस्त हितग्राही को समय पर मिले।
पौधरोपण अभियान नर्मदा के नाम पर समर्पित होगा
मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि जुलाई और अगस्त माह में वृहद स्तर पर पौधारोपण किया जाएगा, यह सभी पौधे तार फेंसिंग के अंदर लगाए जाएंगे और इसे बृहद स्तर पर आयोजित किया जाएगा। पौधारोपण कार्यक्रम को मां नर्मदा के नाम पर समर्पित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी पंच एवं सरपंच कि यह प्रमुख जिम्मेदारी है कि वह पौधा लगाए और उसे जिंवित रखें। नदी और नालों में डल रहे कचरा एवं मैला को रोकना पंच सरपंच की प्रमुख चुनौतियां हैं। पंच सरपंचों का यह प्रमुख कार्य है कि वह नदी और नालों को स्वच्छ एवं साफ रखें और लोगों को सफाई के लिए प्रेरित करें।
नर्मदा परिक्रमा वासियों के लिए बनाए जाएंगे आश्रय भवन
श्री पटेल ने बताया कि आने वाले दिनों में प्रत्येक 20 किलोमीटर पर सदा व्रत वालों एवं नर्मदा परिक्रमा वासियों के लिए आश्रय स्थल के रूप में भवन बनाए जाएंगे। जहां नर्मदा परिक्रमा वासी विश्राम कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 247 स्थान पर भी तार फेंसिंग लगाकर पौधारोपण किया जाएगा।
इसके पूर्व मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलित कर पंच सरपंच सम्मेलन का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री भूपेंद्र चौकसे एवं उपाध्यक्ष श्रीमती मंजू लता पटेल ने मंत्री श्री प्रहलाद पटेल को अनाज के दानों से बना चित्र भेंट किया।
पंच सरपंच सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं विधायक डॉ सीतासरन शर्मा ने कहा कि जनपद पंचायत नर्मदापुरम बेहतर कार्य कर रहें है। मंत्री श्री पटेल ने जिले को प्रधानमंत्री आवास, मंगल भवन एवं ग्राम पंचायत भवन की सौगात दी है। राज्यसभा सांसद माया नारोलिया ने कहा कि मंत्री श्री पटेल ने ग्राम पंचायतों को पंचायत भवन, प्रधानमंत्री आवास, मंगल भवन की सौगात दी है। उन्होंने कहा कि सभी जनपद पंचायत के सदस्य एवं जिला पंचायत के सदस्य अपनी अपनी जनपद व ग्राम एवं जिले को श्रेष्ठ बनाने के लिए कार्य करें।
सिवनी मालवा विधायक श्री प्रेम शंकर वर्मा ने कहा कि पहले एक पंचायत भवन 18 लाख रुपए की लागत से बनता था लेकिन अब 37.50 लाख रुपए की लागत से पंचायत भवन बनाए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग बडा मंत्रालय है। उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में भी चार पंचायत भवन एवं प्रधानमंत्री आवास की सौगात मिली है। उन्होंने कहा कि पंच एवं सरपंच ग्राम पंचायत की धुरी है जो शासन की सभी योजनाओं का क्रियान्वयन करते हैं। इसके पूर्व स्वागत भाषण देते हुए जनपद पंचायत नर्मदापुरम के अध्यक्ष भूपेन्द्र चौकसे ने कहा कि नर्मदा पूरम जनपद पंचायत में 50 प्रधानमंत्री आवास, 10 पंचायत भवन एवं विभिन्न योजनाओं की अनुग्रह सहायता राशि प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि जनपद पंचायत अच्छी तरह चल रही है। उन्होंने कहा कि मंत्री श्री पटेल का हर समय सहयोग प्राप्त होता है।
इस अवसर पर जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती राधा सुधीर पटेल, मध्य प्रदेश तैराकी संघ के अध्यक्ष पीयूष शर्मा, जनपद उपाध्यक्ष श्रीमती मंजूलता पटेल, आशुतोष तिवारी, शंभू सिंह भाटी एवं अन्य जनपद सदस्यगण तथा जनप्रतिनिधि गण उपस्थित थे।
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