दिल्ली । पैदल चलना न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, बल्कि यह पर्यावरण हितैषी भी है, लेकिन राजधानी दिल्ली में पैदल चलना मुश्किल ही नहीं, खतरनाक भी है। दिल्ली में सड़कें, फुटपाथ व फ्लाईओवर बनाते समय पैदल यात्रियों का ध्यान नहीं रखा जाता है, इसीलिए लोग पैदल चलने से परहेज भी कर रहे हैं। अतिक्रमण, गलत डिजाइन और जगह-जगह पेड़ लगा दिए जाने के कारण राहगीरों को पैदल चलने में परेशानी होती है। अक्सर हादसे भी होते हैं।
जेब्रा क्रासिंग बस नाम मात्र के लिए बनाए जा रहे हैं। इनकी पट्टी मिट जाने पर वर्षों इन्हें पेंट तक नहीं किया जाता है। इसकी वजह से पैदल यात्रियों व वाहन चालकों के बीच दूरी का अनुमान नहीं लग पाता है। ज्यादातर जेब्रा क्रासिंग या तो डिवाडर पर जाकर ब्लाक हो जाते हैं या फिर इनके दोनों छोर पर फुटपाथ पर कभी पेड़ तो कभी ऊंची रेलिंग का अवरोध होता है। इस वजह से इन्हें बनाने का मकसद ही पूरा नहीं हो पाता है। जेब्रा क्रासिंग 10 मीटर से ज्यादा होने पर बीच में स्टाप यानि रेस्ट आइलैंड दिया जाना चाहिए, पर ऐसा नहीं हो रहा है।
*सम्पूर्ण समाचारो के लिए न्याय क्षेत्र भोपाल होगा समाचार का माध्यम मध्य प्रदेश जनसम्पर्क है
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