बलरामपुर : भौगोलिक रूप से पाट प्रदेश का भाग व सुदूर उत्तर-पूर्वी जनजातीय बाहुल्य जिला बलरामपुर में स्वास्थ्य सेवाएं निरंतर बेहतर हो रही हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा भौतिक व मानव संसाधनों का बेहतर प्रबंधन कर दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। शासन द्वारा लोक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना की शुरूआत की गई है। जिस उद्देश्य के साथ यह योजना छत्तीसगढ़ के ग्रामीणजन तथा दूर बसाहटों में निवासरत लोगों के लिए शुरू की गई है, परिणामों तथा ग्रामीणों के प्रतिक्रिया से इस योजना की सफलता का आंकलन किया जा सकता है। हाट-बाजार छत्तीसगढ़ के ग्रामीण परम्परा का प्रमुख द्योतक है तथा सुदूर अंचलों में लगने वाले साप्ताहिक बाजारों में ग्रामीण दूर-दराज से पहुंचते हैं। सप्ताह का यह दिन इन ग्रामीणों के लिए एक उत्सव जैसा अनुभव है, शासन ने इन हाट-बाजारों को चिन्हित करते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का जो लक्ष्य लिया है, निश्चित ही यह अभियान उस ओर अग्रसरित है। जिले में अप्रैल 2021 से अब तक 680 हाट-बाजारों में मेडिकल टीम ने 22 हजार 667 मरीजों का उपचार किया गया तथा 22 हजार 288 मरीज को निःशुल्क दवाईयां भी वितरित की गई।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में ऐसे दुर्गम इलाके हैं, जहां स्वास्थ्य सुविधाओं की त्वरित उपलब्धता नहीं है। यदि इन स्थानों के मरीजों को वहीं स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो जाएं, तो इससे बेहतर और क्या होगा। इसी आशय से जिला प्रशासन द्वारा जिले के 74 हाट-बाजारों में मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना संचालित की जा रही है। योजनान्तर्गत प्रत्येक विकासखण में मोबाईल मेडिकल यूनिट के माध्यम से डॉक्टर, स्टॉफ नर्स तथा अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी संबंधित क्षेत्रों के हाट-बाजार में मरीजों की जांच व ईलाज कर निःशुल्क दवाईयां दे रहे हैं। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना से लाभान्वित रामनगर निवासी 28 वर्षीय पूनम देवी योजना की सराहना करते हुए नहीं थकती हैं। पूनम देवी जवाहरनगर में लगने वाले साप्ताहिक बाजार में हमेशा की तरह घरेलू खरीददारी के लिए पहुंची। इस दौरान उन्हें पता चला कि अस्पताल के डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ बीमारियों को जांच कर निःशुल्क दवाईयां दे रहे हैं। पूनम देवी को थकावट व शरीर में दर्द की शिकायत होने के कारण उन्होंने भी मोबाईल मेडिकल यूनिट के डॉक्टर को अपनी समस्या बताई। समुचित जांच उपरांत डॉक्टर ने उन्हें निःशुल्क दवाईयां दी। पूनम का कहना है कि हाट-बाजार क्लीनिक से दूर-दराज के लोगों को बहुत फायदा मिल रहा है, निश्चित ही समय की बचत होने के साथ लोगों को बेहतर इलाज भी मिल रहा है।
हाट-बाजारों में मोबाईल हेल्थ क्लीनिक एम्बुलेंस के माध्यम से प्रशिक्षित चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों का दल मरीजों का स्वास्थ्य जांच व उपचार कर रही है। मोबाईल हेल्थ क्लीनिक एम्बुलेंस में चिकित्सक के साथ लैब टेक्नीशियन, स्टाफ नर्स एवं फार्मासिस्ट की सेवाएं भी नागरिकों को मिल रही है तथा उचित सलाह के साथ निःशुल्क दवा भी प्रदाय किया जा रहा है। प्रमुख रूप से गैर संचारी रोग जिसमें खून जांच, बी.पी., शुगर, मलेरिया, टाईफाईड एवं समस्त कीटबेसेस जांच की जा सकेगी एवं उच्च स्तरीय रेफरल सुविधा भी दी जा रही है।
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Friday, 19 November 2021
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नवा छत्तीसगढ़ के 36 माह : अप्रैल से अब तक 22 हजार ग्रामीणों को हाट-बाजार में हुआ इलाज
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