खरगोन 04 मार्च 2022। केंद्र सरकार की सबसे महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक जल जीवन
मिशन हर घर से जुड़ी योजना है। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दास्त योग्य नहीं
है। इस योजना से घर-घर नल के माध्यम से जल उपलब्ध कराना है न कि जल को वेस्ट
करने की योजना है। अभी सत्यापन कार्याें में यह देखा गया है कि कोई भी नल
प्रशासकीय स्वीकृति के अनुरूप नहीं है। अगर जल अपव्यय हुआ या सड़कों पर पानी व्यर्थ
बहा तो ठेकेदारों पर संबंधित एसडीओ के माध्यम से निश्चित तौर पर एफआईआर दर्ज
कराई जाएगी। यह बात कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी ने शुक्रवार को जल जीवन मिशन के
अंतर्गत जिले में स्वीकृत योजनाओं की समीक्षा बैठक में कहीं। बैठक में लोक स्वास्थ्य
विभाग के अधीक्षण यंत्री श्री डीएस सुर्यवंशी, प्रभारी कार्यपालन यंत्री श्री प्रदीप
द्विवेदी, अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ श्री पुरुषोत्तम पाटीदार और विभाग के सभी
एसडीओ, उपयंत्री तथा योजनाओ का कार्य कर रहे ठेकेदार मौजूद रहे।
स्वीकृत योजनाओं की प्रशासकीय स्वीकृति और फ़ोटो फोल्डर के साथ मौजूद होंगे
समीक्षा बैठक के दौरान ठेकेदारों और विभाग के अधिकारियों को दूसरे जिले में हुए निर्माण
कार्याेें की फ़ोटो के माध्यम से कलेक्टर ने प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाई। साथ ही
खरगोन जिले में योजना से हुए कार्यांे को तुलनात्मक रूप से दिखाते हुए कहा कि कार्य
कोई भी गुणवत्ता पूर्ण नहीं है। इसलिए काम पर फोकस करे और पूरी तरह उपयोगी ओर
सुविधाजनक हो ऐसी स्थिति में ग्राम पंचायतों को हेंड ओवर करे। कलेक्टर ने
आंगनवाड़ियों और स्कूलों में जल कनेक्शन की स्थिति के बारे में भी बताया। अगली बैठक
में सभी उपयंत्री, अपर ठेकेदार अपने अपने कार्याें की प्रशासकीय स्वीकृति और फ़ोटो फोल्डर
के साथ उपस्थित होंगे। बैठक के दौरान कलेक्टर ने विभिन्न गांवों के उपयंत्री और
ठेकेदारों से वस्तुस्थिति के बारे में जाना। कलेक्टर ने दोनों से फ़ोटो भी मांगे मगर कोई
भी उपयंत्री कार्याे के फोटो प्रस्तुत नही कर पाए। बैठक में
गलतार, पेनपुर, बनिहार, रामपुरा, भसनेर, जमोठी, कामोदवाड़ा और भातुड़ सहित अन्य गांवों
की स्थिति के बारे में जानकारी ली।

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