नर्मदापुरम
दशहरे मैदान पर आज मेघनाथ वध की लीला की प्रस्तुति की गई जिसमें बताया गया कि रावण को जब कुंभकरण की मृत्यु का समाचार मिलता है तो तो वह अत्यंत क्रोधित होकर अपने पुत्र मेघनाथ को युद्ध के लिए भेजता है उधर रामा दल में भगवान श्रीराम अपने भाई लक्ष्मण को मेघनाथ से संग्राम के लिए भेजते हैं श्रीलक्ष्मण और मेघनाथ में घनघोर युद्ध होता है ,मैदान में मेघनाद के 30 फुट के पुतले को पूरे मैदान में घुमाया जाता है जिसमें रामदल के योद्धा तीर भेदते हैं। अंत में श्रीलक्ष्मण जी मेघनाद को मारने के लिए प्रभु श्रीराम का स्मरण कर वीरासन में आकर बाण का संधान करके मेघनाद का वध कर देते हैं , लीला में श्रीराम से सुलोचना का प्रसंग भी बताया है
बुधवार विजयादशमी को रावण वध की लीला होगी । दशहरा पर्व की पूरी तैयारियां हो चुकी है , श्रीरामलीला में रावण वध के उपरांत इसी मंच से रात्रि में विशाल देवीजागरण का आयोजन होगाश्रीरामलीला में मेघनाद के विशाल पुतले का अग्निबाण छोड़ कर दहन किया गया जिसमें श्रीरामलीला समिति के अध्यक्ष पं गिरिजाशंकर शर्मा , प्रबंधक अरुण शर्मा , अपर कलेक्टर मनोज सिंह ठाकुर , नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती नीतू यादव , उपाध्यक्ष अभय वर्मा ,जनपद अध्यक्ष भूपेंद्र चौकसे , एसडीएम श्रीमती मोहिनी शर्मा , एसडीओपी श्री पराग सैनी , सीएमओ शुक्ला जी , नगर निरीक्षक संतोष सिंह चौहान , डॉ वैभव शर्मा ,योगेश्वर तिवारी, महेंद्र चौकसे , अजय प्रकाश श्रीवास्तव , आमीन राय सहित रामलीला परिवार के सभी सदस्य उपस्थित थे
मनोज सोनी की विशेष खबर


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