फीस वृद्धि नहीं, आइसीएसइ स्तर किया लागू: डॉ शर्मा
अभिभावकों को भ्रमित और प्रबंधन पर अनावश्यक दबाव बनाने की साजिश
नर्मदापुरम। समेरिटन्स ग्रुप द्वारा पिपरिया में संचालित स्कूल संभाग का पहला आइसीएसइ स्कूल है। शासन द्वारा मान्यता प्राप्त होने और आइसीएसइ स्तर की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के बाद प्रबंधन द्वारा उस स्तर की फीस लागू की गई है। यह बात स्कूल के डायरेक्टर डॉ आशुतोष शर्मा ने कही।
उन्होंने बताया कि कुछ लोग स्कूल की बढ़ती साख और अभिभावकों के मिलते सहयोग और समर्थन से परेशान हैं। कतिपय लोग अभिभावकों में यह भ्रम फैला रहे हैं कि स्कूल प्रबंधन द्वारा फीस में अत्यधिक बढ़ोत्तरी कर दी गई है। ऐसा करके वे स्कूल प्रबंधन पर अनावश्यक दबाव बनाना चाह रहे हैं। यह सोची समझी साजिश लगती है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि वास्तव में प्रबंधन द्वारा फीस में वृद्धि नहीं कि गई है, अपितु पहली बार आइसीएसइ स्तर का फीस स्ट्रक्चर लागू किया गया है। उन्होंने है भी कहा कि यह फीस स्ट्रक्चर पिछले साल ही लागू किया जाना था, लेकिन कोरोना की स्थिति देखते हुए अभिभावकों को राहत देने के लिए उसे लागू नाहीज किया गया था। उन्होंने कहा कि प्रबंधन द्वारा बच्चों को उस स्तर की सुविधाएं और शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे किसी भी प्रकार के बहकावे में न आएं। वे स्कूल का स्तर, सुविधाएं और शिक्षा का स्तर देखें उसके बाद निर्णय करें। उन्होंने कहा कि स्कूल के खिलाफ भ्रम फैलाने वालों के विरुद्ध प्रबंधन द्वारा उचित कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
मनोज सोनी ब्यूरो रिपोर्ट
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