सावन के महीने में शिव मंदिर में समय सारणी चस्पा करने पर कालोनी के लोगों ने किया विरोध
कर्मचारियों ने कहा संचालक का आदेश
रहवासियों ने कहा प्रशासन और पुलिस से शिकायत करेंगे
नर्मदा पुरम।शहर की एक कॉलोनी इन दिनों विवादों में है। यहां के संचालक और कर्मचारियों की मनमानी के चलते रहवासी परेशान हो रहे हैं। मामला घटिया निर्माण का हो, अधूरे काम का हो या मंदिर में सावन के महीने में पूजा पाठ के लिए समय सारणी चस्पा करने का हो या कोई भी धार्मिक कार्यक्रम करने अनुमति लेने का या फिर मनमानी से अध्यक्ष बनाने का या व्हाट्सएप ग्रुप पर अनर्गल बातें करने का इनसे रहवासी परेशान हो गए हैं यह बात जनचर्चा का विषय बनी हुई हैं। कालोनी के लोगों का कहना है कि इस बात की शिकायत जिला प्रशासन और पुलिस में करने का मन बना लिया है । रहवासियों का कहना है कि संचालक और कुछ कर्मचारी अपनी मनमानी कर रहे हैं जिससे वह परेशान हैं। रिवर व्यू कॉलोनी के कर्मचारी मालवीय का कहना है कि मंदिर का रखरखाव उनके जिम्मे है और वे कॉलोनी के संचालक के निर्देश पर काम करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर में पूजा अर्चना के लिए जो कागज चिपकाया गया है, वह संचालक के आदेश पर लगाया है। कॉलोनी में भगवान शंकर के मंदिर में सावन मास के दौरान पूजा अर्चना के लिए समय सारणी निर्धारित करने को लेकर विवाद खड़ा हुआ है। पूजा अर्चना के लिए समय सारणी लिखी गई है और कॉलोनी के संचालक और कार्यालय से अनुमति लेने की बात कही गई है। नागरिकों का कहना है कि भगवान की पूजा प्रार्थना के लिए कोई समय सारणी नहीं हो सकती और सावन मास में भोलेनाथ की पूजा करने के लिए कोई समय सीमा नहीं होनी चाहिए। कॉलोनी के कुछ कर्मचारियों ने मंदिर की देखरेख और पुजारी की व्यवस्था के साथ-साथ समय सारणी भी निर्धारित की है, जो धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचा रही है।अब देखना यह है कि कॉलोनी के अधिकारी और प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं। यह मामला कॉलोनी के संचालक की भूमिका और उनके निर्देशों के इर्द-गिर्द घूमता दिखाई दे रहा है। यह देखना महत्वपूर्ण है कि कॉलोनी के संचालक इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं और क्या वे अपने निर्देशों को बदलने के लिए तैयार हैं।
अध्यक्ष पद को लेकर भी विवाद, चर्चा में बना है
रिवर कॉलोनी में अध्यक्ष पद को लेकर विवाद खड़ा हो गया था । कॉलोनी के निवासियों ने सर्वसम्मति से अधिकारी संतोष शर्मा को अध्यक्ष बनाया है। लेकिन कॉलोनी के कुछ कर्मचारी और ठेकेदार के कर्मचारी इससे सहमत नहीं हैं। उन्होंने व्हाट्सएप पर वोटिंग कराकर एक स्वयंभू अध्यक्ष का चयन किया है, जो नियमों के विरुद्ध है। कॉलोनी के निवासी संतोष शर्मा को अध्यक्ष मानते हैं और स्वयंभू अध्यक्ष को मान्यता नहीं देते। ठेकेदार ने कॉलोनी का प्रबंधन कॉलोनी के निवासियों को सौंप दिया है, लेकिन ठेकेदार के कर्मचारी अभी भी हस्तक्षेप कर रहे हैं।
घटिया और गुणवत्ताहीन मकान बनाने को लेकर रहवासियों में नाराजगी कॉलोनी में बिल्डर द्वारा घटिया और गुणवत्ताहीन मकान बनाने से परेशान हैं , वहीं बिल्डर उन्हें बकाया राशि के लिए दवाब बना रहा था। रहवासियों का है कि मकान की क्वालिटी अच्छी नहीं है, इसके बावजूद बिल्डर हम पर दवाब रहा है । साथ ही एक महिला द्वारा बकाया नहीं देने पर कर्मचारियों द्वारा व्हाट्सएप पर अनर्गल बातें फैलाई गई इसकी भी शिकायत महिला आयोग से की जाएगी। कॉलोनी में मकानों के निर्माण में घटिया सामग्री और गुणवत्ता की समस्या सामने आई है, वहीं काम अधूरा है। घटिया निर्माण से समस्याएं हो रही हैं, मकानों के निर्माण में कई खामियां हैं। लोगों ने मकानों की गुणवत्ता में सुधार की मांग की ।
No comments:
Post a Comment