मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
17 सितम्बर से सेठानी घाट पर प्रारंभ होगा, 18 दिवसीय श्रीरामलीला महोत्सव
श्रीरामलीला महोत्सव का यह 145 वां वर्ष है, शहर सहित आसपास के श्रद्धालु आते हैं श्रीरामलीला देखने के लिए
नर्मदा पुरम। श्रीरामलीला के संयोजक प्रशांत मुन्नू दुबे ने जानकारी में बताया कि महोत्सव का यह 145 वां वर्ष है जिसमें श्रीराम ,जानकी , लक्ष्मण , भरत और शत्रुघ्न के पात्रों द्वारा दोपहर में बड़े श्रीराम मंदिर में मुकुट पूजन और अनुष्ठान से श्रीरामलीला महोत्सव की शुरुआत होगी पश्चात रात्रि ठीक 8 बजे से सेठानीघाट पर बनाये गए भब्य मंचों से श्रीरामलीला के मंचन होंगे प्रारम्भ ।
प्रथम दिवस 17 सितंबर को श्री शंकर विवाह और नारद मोह की लीला का आकर्षक मंचन होगा , 18 सितंबर को मनुचरित श्रीराम जन्म 19 सितम्बर को ताड़का वध , 20 सितंबर को नगर दर्शन पुष्पवाटिका , 21 सितंबर को धनुषयज्ञ लक्ष्मण-परशुराम संवाद और 22 सितम्बर अश्विन शुक्ल प्रतिपदा को भगवान श्रीराम की बारात सेठानीघाट से सायंकाल ठीक 5 बजे प्रमुख मार्गों से निकाली जावेगी , 23 सितंबर को श्री राम वनवास , 24 सितंबर को दशरथ मरण केवट प्रसंग , 25 सितम्बर को भरत-मिलाप , 26 सितंबर को सीताहरण , 27 सितंबर को श्रीराम-सुग्रीव मैत्री , 28 सितंबर को लंका दहन की लीलाओं का मंचन सेठानी घाट पर होगा ।
श्रीराम-रावण के युद्ध की लीलाएं 29 सितम्बर से दशहरा मैदान में अपरान्ह 4:30 से विजया दशमी तक प्रतिदिन होगी , जिसमें 29 सितंबर को लक्ष्मण शक्ति , 30 सितंबर को कुम्भकरण वध , 1 अक्टूबर को मेघनाद वध और 2 अक्टूबर को रावण वध की लीलाओं का मैदानी मंचन होगा ।
पश्चात पुनः सेठानीघाट पर 3 अक्टूबर को उत्तरभरत मिलाप , दिं 4 अक्टूबर को श्रीरामराज्याभिषेक की लीलाओं का मंचन होगा, 5 अक्टूबर को बड़े श्रीरामन्दिर में हवन शांति के साथ श्रीरामलीला महोत्सव का समापन होगा ।


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