पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने जनहित के मुद्दो पर आंदोलन करने हेतु लिखा पत्र
नर्मदा पुरम। समाजसेवी एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पंडित भवानी शंकर शर्मा ने पूर्व पार्षद एवं वर्तमान नगर पालिका में विधायक प्रतिनिधि महेंद्र यादव को पत्र लिखकर जनहित के मुद्दो पर आंदोलन के लिए पत्र जारी किया है।
सूत्रों की मानें तो उक्त विषय में समाचार पत्रों में खबर छपी है कि आपने दो पार्षदों के साथ, बिल्डरों द्वारा डेवलप की जा रही कालोनी में बिल्डरों के हित में अतिक्रमण हटाने हेतु अपनी ही नगर पालिका के विरुद्ध प्रदर्शन किया एवं नगरपालिका परिषद के विरूद्ध नारेबाजी भी की। यह आपकी स्वतंत्र सोच एवं आपकी प्रजातान्त्रिक मूल्यों के प्रति आस्था दर्शाता है। आपने सिद्ध कर दिया है कि सार्वजनिक हित के लिये अपने संगे संबंधियों का विरोध भी करना चाहिये।
बिल्डरों की कालोनी के निवासियों को भी बिल्डरों ने सड़क हेतु आगे कर दिया है। निवासियों के अनुसार उक्त सड़क हेतु बिल्डरों ने आश्वासन दिया था तो फिर उनके ही विरुद्ध आंदोलन एवं शिकायत करना चाहिये न कि नगरपालिका के विरुद्ध।
जनचर्चा यह भी है कि किसानों के खेत कम कीमत पर खरीद कर जब वहां एक आदमी भी नहीं रहता था तब पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष के कार्यकाल में तत्कालीन अधिकारियों ने बिल्डरों से भारी रिश्वत लेकर नगरपालिका निधि से सडक बनवा दी, फिर कीमते बढ़ाने हेतु 24 मीटर सड़क की माँग कर रहे है। नक्शे के अनुसार सड़क जितनी चौड़ी थी उतनी ही बन सकेगी, यदि 24 मीटर सड़क T & CP है तो शासन एवं नगरपालिका जबाबदार नहीं हो सकती अतः नियम अनुसार सड़क की चौड़ाई अनुसार ही सड़क बन सकती है।
विधायक प्रतिनिधि के द्वारा अपनी नगरपालिका जिसके वे प्रतिनिधि भी है के विरुद्ध नगरपालिका द्वारा किये जा रहे अवैधानिक कार्य, भष्टाचार तथा मनमानी के खिलाफ प्रदर्शन एवं नारेबाजी करने से प्रतीत होता है कि ईमानदारी पूर्वक कार्य करने हेतु प्रतिबद्ध है एवं अपने ही लोगों का विरोध भी कर सकते है। यह उनकी ईमानदारी एवं नैतिकता का परिचायक है। इसके लिये धन्यवाद के पात्र है।
नगरपालिका के विधायक प्रतिनिधि से पुराने शहर के नागरिकों द्वारा जो कि सबसे ज्यादा नगरपालिका को टैक्स भी देते है, जहाँ मुख्य बाजार भी है एक मांग है कि वे उनकी व्यथा पर भी ध्यान दें। उनके वार्डो में सफाई भले ही नहीं करायें परन्तु कम से कम आवागमन का रास्ता सुलभ करवा दे। जहां 40 फुट सड़क है यहां बाहनों के खड़े रहने एवं दुकानदारों के द्वारा सामान सड़क पर रखने से कंवल 10 फुट पर ही आवागमन हो पाता है। बाकी रास्ता भी हाथ ठेले वाले अवरूद्ध कर देते है। जो नागरिक समस्त टैक्स नगरपालिका को दे रहे है उनकी केवल आवागमन की समस्या भी इल कर दे तो शहरवासी अनुगृहीत होगे। यदि समस्या नगर पालिका हल नहीं करती है तो एकाध बार नगर वासियों की तरफ से भी नगरपालिका के विरुद्ध आवाज उठायें। श्री शर्मा द्वारा नगर पालिका के विधायक प्रतिनिधि को जारी किया गया पत्र शहर के चौक चौराहों पर चर्चा का विषय बना हुआ है।

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