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Thursday, 9 October 2025

सभी एसडीएम अपने अपने क्षेत्र में नरवाई प्रबंधन के लिए सक्रिय नियंत्रण तंत्र विकसित करें : कलेक्‍टर कलेक्‍टर ने नरवाई/पराली जलानें की घटनाओं पर सख्‍ती से अंकुश लगाने के दिए निर्देश


मनोज सोनी एडिटर इन चीफ 
 

सभी एसडीएम अपने अपने क्षेत्र में नरवाई प्रबंधन के लिए सक्रिय नियंत्रण तंत्र विकसित करें : कलेक्‍टर

कलेक्‍टर ने नरवाई/पराली जलानें की घटनाओं पर सख्‍ती से अंकुश लगाने के दिए निर्देश


एके एन न्यूज नर्मदापुरम// कलेक्टर नर्मदापुरम सुश्री सोनिया मीना ने जिले में नरवाई/पराली जलाने की घटनाओं की रोकथाम के संबंध में समस्त एसडीएम को निर्देश दिए कि सभी एसडीएम नरवाई प्रबंधन के संबंध में पुख्ता योजना बनायें। उन्होंने कहा कि जिले  में पराली/नरवाई जलाने की घटनाओं पर सख्ती से अंकुश लगाएं। इसके लिए सक्रिय नियंत्रण तंत्र विकसित करें और ऐसी घटनाओं पर विशेष फोकस कर निगरानी भी बढ़ाएं। कलेक्टर ने निर्देश दिए की समस्त जनपद पंचायत सीईओ भी कृषि विभाग का सहयोग लेकर किसानों को पराली/नरवाई न जलाने की समझाइश दें तथा किसानों को पराली निष्पादन के दूसरे विकल्पों के बारे में बताऐं, जिससे वे पराली जलाने की ओर प्रवृत्त ही न हों।

कलेक्टर ने फसल कटाई के उपरांत नरवाई जलाने से खेतो में होने वाली दुष्परिणामों के संबंध में अवगत कराते हुए कहा कि नरवाई/फसल जलाने से मृदा में उपस्थित लाभकारी कीट एवं बैक्टीरिया के साथ-साथ जीवाष्म पदार्थ जलकर नष्ट हो जाते है। जिससे कि खेतों में फसलो का उत्पादन एवं उत्पादकता क्षमता कम हो रही है। साथ ही अधिक उत्पादकता के लिए खेतों में रासायनिक उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग से मिटटी की उपजाऊ क्षमता कम हो रही है एवं आग लगाने से हानिकारक गैसों का उत्सर्जन भी होता है। जिससे पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पडता है। साथ ही नरवाई एवं पराली में आग लगाना पर्यावरण की दृष्टि से भी हानिकारक है। इसके कारण गंभीर स्वरूप की अग्नि दुर्घटना होने से संपत्ति की हानि भी होती है। बढ़ते जल संकट में बढोत्तरी का कारक होने के साथ ही इससे कानून-व्यवस्था के लिए विपरीत परिस्थितियां निर्मित होती हैं। इसके अलावा खेत की आग के अनियंत्रित होने पर जन-धन, संपत्ति, प्राकृतिक, वनस्पति और जीव-जन्तु नष्ट होने से व्यापक नुकसान भी होता है

कलेक्टर ने निर्देश दिए कि ग्रामीण स्तरों पर किसान खेत पाठशाला के माध्यम से धान की कटाई के समय हारवेस्टर मशीन के साथ स्ट्रा मेनेजमेंट सिस्टम अथवा मल्चर का प्रयोग करने हेतु किसानो को प्रेरित करें जिससे खेतो में नरवाई पूर्णतः समाप्त होती है। साथ ही उन्होंने कहा कि कृषि विभाग यह प्रयास करें कि फसल कटाई उपरांत कृषकों को सीधे सुपरसीडर या स्मार्टसीडर चलाकर अगली फसल की बुवाई के संबंध में अवगत कराऐं एवं नरवाई जलने के नकारात्मक प्रभावों से बचने की सलाह दे।


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