मुंबई. मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में महाराष्ट्र बीजेपी के दो बड़े चेहरों महाराष्ट्र के पूर्व सीएम नारायण राणे और प्रीतम मुंडे को जगह मिलने की चर्चा है। बता दें प्रीतम स्वर्गीय गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं।
नारायण राणे एक बेहद महत्वाकांक्षी राजनेता है। युति के शासनकाल में स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे के आशीर्वाद से उन्होंने मुख्यमंत्री की कमान भी संभाली थी। हालांकि बाद में शिवसेना से मनमुटाव के चलते उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। कांग्रेस में उन्होंने राजस्व मंत्री का कार्यभार संभाला था। कांग्रेस में बतौर कैबिनेट मंत्री रहते हुए उन्होंने कई बार कांग्रेस आलाकमान से खुद को मुख्यमंत्री बनाए जाने की बात कही थी। हालांकि बाद में जब कांग्रेस का जनाधार गिरने लगा और बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई तो उन्होंने बीजेपी से दोस्ती कर ली।
केंद्र में राणे की ताकत बढ़ी
नारायण राणे के निमंत्रण पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कुछ दिनों पहले कोंकण का दौरा किया था। राज्य में महाविकास अघाड़ी सरकार बनने के बाद ऐसा पहली बार हुआ था। जब किसी नेता के बुलावे पर खुद अमित शाह आए हों। शाह के दौरे के बाद से ही बीजेपी में नारायण राणे के बढ़ते कद की चर्चा शुरू हो गई थी। इसके अलावा उसी समय राणे की सुरक्षा व्यवस्था को भी केंद्र सरकार ने और भी बढ़ा दिया था। इन दोनों घटनाओं ने यह जता दिया था कि नारायण राणे की केंद्र में ताकत बढ़ रही है। तब से यह कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें मोदी सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है।

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