महिला पुलिस अधिकारी बनकर व्यापारियों को पुलिस केश में फसाने की धमकी देकर व्यापारियों से धोखाधड़ी करने वाला आरोपी गिरफ्तार
पुलिस अधिकारी बनकर व्यापारी से ठगी करने का होने से पुलिस अधीक्षक द्वारा तत्काल संज्ञान लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व अनुविभागीय पुलिस अधिकारी इटारसी को निर्देशित करते हुये थाना प्रभारी थाना इटारसी को त्वरित कार्यवाही करने के लिए आदेशित किया।
मध्य प्रदेश के कई जिलों में कर चुका है ऐसे अपराध
नर्मदापुरम--महिला पुलिस अधिकारी बनकर व्यापारियों को पुलिस केश में फसाने की धमकी देकर व्यापारियों से धोखाधड़ी करने वाला आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के कई जिलों में कर चुका है ऐसे अपराध । इसी क्रम में 07 अप्रैल को इटारसी के सराफा व्यवसायी चंद्रकुमार पिता स्व.भौरीलाल खण्डेलवाल उम्र 23 साल निवासी छोटा सराफा दुर्गा चौक ने थाना इटारसी में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 22 मार्च को दोपहर करीब 1.30 बजे मेरे मोबाईल नंबर 9425644002 पर मोबाईल नंबर 8400430303 से एक महिला ने स्वयं को नर्मदापुरम की पुलिस एसआई सरला यादव बताकर बोली मैने रूपा साहू नाम की महिला को पकड़ा है। उसने कई जगह चोरी की है जिसमे से नारी के जेवर आपकी दुकान पर अदला बदली की है। आपको रूपा साहू ने जो मंगलसूत्र आपको दिया है वह लेकर नर्मदापुरम आ जाओ। फरियादी ने नर्मदापुरम आने से मना किया तो उसने पंद्रह हजार रूपये एक बार कोड भेजकर मांगे, फरियादी ने घबराकर उस बारकोड पर 22 मार्च को 12,000 रुपये तथा 23 मार्च को 3,000 रूपये भेज दिये। उसके बाद से लगातार और अधिक रुपयों कि मांग करने पर फरियादी ने थाना इटारसी में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध शिकायत की है, जिस पर अपराध क्रमाक 273/ 2023 धारा 420 IPC का पंजीबद्ध कर विवेचना की गई। चूंकि मामला पुलिस अधिकारी बनकर व्यापारी से ठगी करने का होने से पुलिस अधीक्षक नर्मदापुरम द्वारा तत्काल संज्ञान लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व अनुविभागीय पुलिस अधिकारी इटारसी को निर्देशित करते हुये थाना प्रभारी थाना इटारसी को त्वरित कार्यवाही करने आदेशित किया गया। थाना प्रभारी थाना इटारसी द्वारा इस बावत तत्काल एक टीम का गठन कर अज्ञात आरोपी की तलाश व साक्ष्य संकलन कर शीघ्र आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किए गए। जिसमे विभिन्न सूत्रों व मुखबिर तंत्र के माध्यम से तथा घटना स्थल के आसपास व स्टेशन के कई CCTV कैमरे से जानकारी प्राप्त की गई। जो पाया कि एक लड़का घटना दिनांक को इटारसी शहर में संदिग्ध घूम रहा था, जो ट्रेन से जबलपुर की तरफ गया है। जिसको तकनीकी साधनों का उपयोग कर लगातार पुलिस टीम द्वारा ट्रैक करने पर उक्त संदेही जबलपुर में रेलवे स्टेशन के पास संदिग्ध मिला। जिसे पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुये बताया कि वह मध्य प्रदेश के विभिन्न शहरों में जा जाकर अपने पास का कुछ सामान अपनी मजबूरी बताकर बेच देता तथा दुकान पर लिखा व्यापारी का मोबाइल नंबर लिख लेता है, और कुछ दिन बाद उसी व्यापारी को महिला कि आवाज में फोन पर बातकर स्वयं की महिला पुलिस अधिकारी बताकर व्यापारी को कहता है कि मैंने एक चोर को पकड़ा है और आपकी दुकान पर उसने सामान बेचा है आपसे वह सामान जमा करना है, आप वह सामान लेकर आइए या उसके बदले में पैसे भेजिये नहीं तो आपके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। तब व्यापारी मामले में फसने से बचने के लिए डरकर पैसे उसके द्वारा भेजे गए QR कोड जो किसी दुकानदार का होता है पर पैसे भेज देते है। ऐसा ही आरोपी ने सराफा व्यवसायी चंद्रकुमार खंडेलवाल के साथ भी किया और श्री खंडेलवाल से इस बाबत 15000/- रुपये जबलपुर के दुकानदार जिससे उसने 400 रुपये उधार लिए थे का भुगतान करने के नाम पर मंगवा लिए और व्यापारी का 400 रुपये कटवाकर बाकी रुपये इटारसी के एक आन लाइन दुकान के संचालक के QR कोड पर मंगवाकर उससे नगद प्राप्त कर लिए और जबलपुर चला गया था।आरोपी स्वयं को पुलिस महिला अधिकारी होने का व्यापारियों को विश्वास दिलाने के लिए संबंधित थाने का लैंडलाइन गूगल से लेकर उस पर महिला की आवाज में बात कर स्वयं को पुलिस अधिकारी बताकर व्यापारी के प्रकरण में चालान पेश करने की बात कहकर पुलिस वालों को व्यापारी के पास भेजता था। जप्त सामग्री घटना में प्रयुक्त मोबाइल- 2 नग मोबाइल सिम 3 नगद- 4,500 रुपये, आरोपी का आधार कार्ड। नाम आरोपी संकेत पिता उमाशंकर यादव 21 वर्ष लिए मकान न0 3352 धापक वार्ड 30 10. पाटन जिला जबलपुर। पुलिस टीम पुलिस अधीक्षक नर्मदापुरम,अति. पुलिस अधीक्षक नर्मदापुरम, SDOP इटारसी के निर्देशन पर थाना प्रभारी रामस्नेह चोहान द्वारा ASI संजय रघुवंशी, आरक्षक रमेश डिगरसे, आमा गजेद्र डडोरे, सायबर सेल के TI सुरेश फरकले, आर.सदीप, अभिषेक की टीम का गठन कर मामले का पर्दाफाश करने के निर्देश दिये जो टीम ने तकनीकी और भीतिक साक्ष्य तथा अपने मुखबिर तंत्र का लगातार उपयोग करते हुये घटना के एक माह मे ही आरोपी को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया है।
ब्यूरो रिपोर्ट मनोज सोनी
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