जूनियर ने पत्र लिखकर सीनियर अधिकारी को कहां मुझे कुछ हो गया तो आप होंगे उत्तरदायी
उक्त मामला जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित का जिला मुख्यालय पर जनचर्चा का विषय बना
फील्ड वर्क से अन्यत्र कक्ष में पदस्थ करने को लेकर हुई कहासुनी
नर्मदापुरम। शहर में एक बैंक के सहायक लेखापाल द्वारा अपने सीनियर अधिकारी को पत्र के माध्यम से डराने, धमकाने और कुछ हो गया तो उसके लिए उत्तरदायी होने का आरोप लगाया है। दरअसल मामला एक कक्ष से दूसरे कक्ष में पदस्थ करने को लेकर था। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित में सहायक लेखापाल संतोष कुमार दीक्षित फील्ड कक्ष में 1998 से काम कर रहे हैं।
उनका कहना है कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने उन्हें फील्ड वर्क से दूसरे कक्ष में पदस्थ कर दिया। जूनियर अधिकारी ने धमकाते हुए लहजे में उनसे कहा कि आदेश में केवल मरे आदमियों को मुक्ति दी जाती है, श्रीमान द्वारा मुझे जिंदे में ही मुक्ति दे दी गई। उनका कहना था कि मुझे दूसरे कक्ष में भेजने से मेरा मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। मुझे मानसिक पीड़ा हुई है। उन्होंने मुख्य कार्यपालन अधिकारी को धमकाते हुए कहा कि किसी भी अधिकारी द्वारा मेरे जिंदे रहते मुक्ति नहीं की। उन्होंने कहा कि मेरा इलाज पूना में चल रहा है। मेरे बच्चे हैं, मेरी पत्नी का स्वर्गवास हो गया है।
यदि मुझे कुछ होता है तो उसके जिम्मेदार मुख्य कार्यपालन अधिकारी होंगे। इसके साथ ही सहायक लेखापाल ने कहा कि उनका पदस्थ स्थल भी आदेश में घोषित नहीं है। यह बात जिला मुख्यालय पर जनचर्चा का विषय बनी हुई है। अब इस पूरे मामले में आगे क्या होता है यह देखना होगा। लेकिन इस प्रकार एक सीनियर अधिकारी को धमकी भरे लहजे में जूनियर द्वारा पत्र लिखना एक सोचनीय विषय है।
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