संत सूरदास भारतीय काव्य जगत के सूर्य थे – पं. संतोष व्यास
राष्ट्रीय संगठन "सक्षम" की जिला इकाई द्वारा मनाया गया संत सूरदास जयंती समारोह
नर्मदा पुरम। समदृष्टि क्षमता विकास एवं अनुसंधान मडंल ( सक्षम ) द्वारा संत सूरदास जयंती समारोह ईशान परिसर स्थित विद्यालय के रामायण हॉल में मनाया गया। दिव्यांगजनों के कल्याण हेतु कार्य कर रहे राष्ट्रीय संगठन "सक्षम" की जिला इकाई द्वारा आयोजित कार्यक्रम की शुरूआत जिला सचिव दिनेश चौरे के गीत से हुई। मुख्य अथिति व मुख्य वक्ता संतोष व्यास ने सूरदास जी के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भक्तिकाल के कवि सूरदास काव्यजगत में सूर्य की भांति थे, उनके काव्य में रंगों और भावनाओं के प्रकटीकरण को देखकर यह विश्वास नहीं होता कि वे जन्मांध थे। उनकी विलक्षण क्षमता के कारण उन्होंने अनेकों रचनाएं लिखी।
मध्यभारत प्रातं उपाध्यक्ष डॉ आशीष चटर्जी ने राष्ट्रवादी संगठन "सक्षम" की कार्ययोजना एवं दिव्यागों के लिए किये गये सफल प्रयासों के बारे में बताया। सक्षम जिला अध्यक्ष सुरेश सिंह राजपूत ने आभार व्यक्त किया। मंच संचालन दिनेश चौरे ने किया। कार्यक्रम में डी एस दांगी, पं दशरथ प्रसाद तिवारी, इन्द्रमोहन दुबे, विवेक वर्मा, सागर पटेल, श्रीमति चित्रा हर्णे, राकेश चौहान सहित अनेकों सेवाभावी लोग उपस्थित रहे।
जिला अध्यक्ष सुरेश सिंह राजपूत ने बताया कि "सक्षम" द्वारा नर्मदापुरम जिले में सफलतापूर्वक दिव्यांग सेवा केंद्र का संचालन किया जा रहा है। जहां दिव्यांगजनों को सभी सुविधाएं निशुल्क रूप से प्रदान की जा रही हैं।
अगले माह पुणे में आयोजित हो रहे राष्ट्रीय अधिवेशन में भी जिले से अपेक्षित टोली प्रतिभागिता करेगी। ज्ञातव्य है कि सक्षम संस्था सभी इक्कीस प्रकार की दिव्यांगताओं पर कार्य कर रही एकमात्र राष्ट्रीय संगठन है।
मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
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