सृष्टि सेवा संकल्प, जिला नर्मदापुरम ने मनाया गुरुपूर्णिमा उत्सव
नर्मदा पुरम। सृष्टि सेवा संकल्प नर्मदापुरम इकाई ने SPM के गेट नंबर चार पर स्थित दुर्गा मंदिर रसूलिया में गुरुपूर्णिमा का उत्सव मनाया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि गायत्री परिवार के एस सी सराठे (सेवानिवृत्ति वन विभाग) एवं अतिथि आर एन सैनी व्याख्याता (अंग्रेजी) ने अथर्ववेद की पूजा कर की। उसके पश्चात उपस्थित सभी सृष्टि सेवकों ने अथर्ववेद की पूजा की, ज्ञात हो कि सृष्टि सेवा संकल्प ने अथर्ववेद को अपना गुरु माना है, और वृक्षारोपण तथा पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करती है। मुख्य अतिथि ने अपने सारगर्वित उद्बोधन में बताया कि हमें दोष दोषारोपण नहीं वृक्षारोपण करना है वृक्षों के अनेक लाभ से अवगत कराया साथ ही अब हमें प्रदर्शन नहीं दर्शन एवं स्व प्रेरणा से वृक्षों को लगाने के साथ ही बचाना भी है का संदेश दिया। अतिथि श्री सैनी ने बताया कि हमें वृक्षारोपण के साथ ही जियो टैगिंग से वृक्षारोपण का डाटा एवं उनके वृद्धि, संरक्षण एवं विकास हेतु कार्य करना है हमारे द्वारा लगाए हुए वृक्ष जब बड़े होते हैं फल देते हैं तो हमें एक अलग ही आनंद की अनुभूति होती है वृक्ष न केवल हमें ऑक्सीजन देते हैं वरन यह प्राण घातक कार्बन डाइऑक्साइड, धूल आदि को भी सोखते हैं कार्यक्रम का समापन गायत्री मंत्र के साथ हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डीएस डांगी अध्यक्ष भारत विकास परिषद, राजेंद्र गिरी, अमन गौर,नवल किशोर गाडरिया, अर्पित, हरि शंकर सोनी, रमेश मेहरा, राधेश्याम गौर, विनय मेहरा,मनोज नागवंशी आदि का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन विमलेश कीर ने किया।
नर्मदा पुरम। सृष्टि सेवा संकल्प नर्मदापुरम इकाई ने SPM के गेट नंबर चार पर स्थित दुर्गा मंदिर रसूलिया में गुरुपूर्णिमा का उत्सव मनाया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि गायत्री परिवार के एस सी सराठे (सेवानिवृत्ति वन विभाग) एवं अतिथि आर एन सैनी व्याख्याता (अंग्रेजी) ने अथर्ववेद की पूजा कर की। उसके पश्चात उपस्थित सभी सृष्टि सेवकों ने अथर्ववेद की पूजा की, ज्ञात हो कि सृष्टि सेवा संकल्प ने अथर्ववेद को अपना गुरु माना है, और वृक्षारोपण तथा पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करती है।
मुख्य अतिथि ने अपने सारगर्वित उद्बोधन में बताया कि हमें दोष दोषारोपण नहीं वृक्षारोपण करना है वृक्षों के अनेक लाभ से अवगत कराया साथ ही अब हमें प्रदर्शन नहीं दर्शन एवं स्व प्रेरणा से वृक्षों को लगाने के साथ ही बचाना भी है का संदेश दिया। अतिथि श्री सैनी ने बताया कि हमें वृक्षारोपण के साथ ही जियो टैगिंग से वृक्षारोपण का डाटा एवं उनके वृद्धि, संरक्षण एवं विकास हेतु कार्य करना है हमारे द्वारा लगाए हुए वृक्ष जब बड़े होते हैं फल देते हैं तो हमें एक अलग ही आनंद की अनुभूति होती है वृक्ष न केवल हमें ऑक्सीजन देते हैं वरन यह प्राण घातक कार्बन डाइऑक्साइड, धूल आदि को भी सोखते हैं कार्यक्रम का समापन गायत्री मंत्र के साथ हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डीएस डांगी अध्यक्ष भारत विकास परिषद, राजेंद्र गिरी, अमन गौर,नवल किशोर गाडरिया, अर्पित, हरि शंकर सोनी, रमेश मेहरा, राधेश्याम गौर, विनय मेहरा,मनोज नागवंशी आदि का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन विमलेश कीर ने किया।

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