मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
सभी अनुविभागीय अधिकारी मेले एवं पर्वों की सतत रूप से मॉनिटरिंग करते रहें, कानून एवं शांति व्यवस्था के साथ उचित भीड़ प्रबंधन भी सुनिश्चित करें : कलेक्टर
बोर्ड परीक्षाओं के संचालन में किसी भी प्रकार की कोताही न बरते संबंधित अधिकारी
जिले में निर्बाध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करे संबंधित विभाग
कलेक्टर ने समय सीमा की बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
नर्मदापुरम। आम आगामी महाशिवरात्रि पर्व पर जिले में लगने वाले मेलो एवं आयोजनों के दौरान समस्त अनुविभागीय अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में कानून एवं शांति व्यवस्था के साथ-साथ उचित भीड़ प्रबंधन भी सुनिश्चित करें साथ ही मेला क्षेत्र की लगातार मॉनीटरिंग भी करते रहें। उक्त निर्देश कलेक्टर सोनिया मीना ने समय सीमा की बैठक के दौरान सभा कक्ष में उपस्थित अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने कहा कि उक्त स्थानों पर जमीनी स्तर पर सभी आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारी भी निरंतर क्षेत्रों का भ्रमण करते रहें। कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि मेला आयोजन वाले समस्त स्थान पर उचित जल प्रबंधन, आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं, बेहतर परिवहन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग एंबुलेंस भी तैनात करें। साथ ही नगर पालिका अमला ऐसे समस्त स्थान पर अग्निशमन वाहन भी तैयार रखें जिस से किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयारी पुख्ता रहे।
कलेक्टर सोनिया मीना ने सभी अनुविभागीय अधिकारियों (एसडीएम) को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र के रेलवे स्टेशनों पर प्रतिदिन यात्रियों की रिपोर्ट लें। इस रिपोर्ट में यात्रियों की संख्या, उनके यात्रा के उद्देश्य और अन्य संबंधित जानकारी को इकट्ठा करें। इसके साथ ही, कलेक्टर ने निर्देश दिये कि कुंभ मेले के दृष्टिगत यात्रियों की संख्या में किस प्रकार की वृद्धि हो सकती है, इसका आकलन भी किया जाए।
उन्होंने समस्त एसडीएम को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि रेलवे स्टेशन पर भीड़ का प्रबंधन सही तरीके से हो और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए सभी तैयार रहें। कलेक्टर ने यह भी कहा कि एसडीएम यह विस्तृत जानकारी एकत्रित करें कि उनके क्षेत्र में कितने लोग रोड या ट्रेन के माध्यम से कुंभ मेले में जा रहे हैं।
कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि सभी एसडीएम को अपने सबडिवीज़न में यात्रा करने वाले यात्रियों की पूरी जानकारी एकत्रित करनी होगी, जिससे किसी भी प्रकार की स्थिति का सामना किया जा सके और समुचित प्रबंधन किया जा सके।
जिले में आयोजित होने वाली 10वीं एवं 12वीं कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाओं की समस्त तैयारी की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि परीक्षा कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही एवं लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बोर्ड परीक्षा के लिए संलग्न अधिकारी एवं कर्मचारी अपनी अपनी जिम्मेदारियो का निर्वहन पूरी समर्पणता से करें। समस्त अनुविभागी अधिकारी अपने-अपने अनुविभाग में बोर्ड परीक्षाओं के लिए चयनित शालाओं का भ्रमण कर समस्त आवश्यक व्यवस्थाओ के साथ, मंडल द्वारा जारी नियमों का अक्षरशः पालन करवाया जाना भी सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देशित किया कि यह भी सुनिश्चित किया जाए की समस्त केंद्रों पर कलेक्टर प्रतिनिधि समयानुरूप उपस्थित हो जाएं। इस दौरान शिक्षा विभाग की टीम भी अलर्ट मोड पर रहे।
समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ने सभी जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि विभागीय योजना का नियमित रूप से रिव्यू करते रहें तथा विभागीय समितियां की समीक्षा बैठकें भी समय-समय पर आयोजित की जाती रहे तथा हर विभाग अपनी विभागीय योजनाओं में बेहतर स्थिति प्राप्त करना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने सामुदायिक वन अधिकार पट्टों के लिए सर्व संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं के आवश्यक प्रस्ताव तैयार कर आगामी चार दिवसों में उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करे। उन्होंने समस्त अनुविभागीय अधिकारी, जनपद सीईओ एवं सीएमओ को निर्देश जारी किया कि आगामी दिवसो में पेयजल संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या ना उत्पन्न हो इसके लिए दूरस्थ टोल एवं ऐसे क्षेत्र जहां पानी की किल्लत का सामना किया जाता रहा हो उनका निरीक्षण कर जल संसाधन विभाग को जानकारी उपलब्ध करवा दें तथा वहां पर पानी की सुचारू सप्लाई बनाए जाने के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने समस्त जिला अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रोटोकॉल संबंधी आवश्यक कार्यवाही पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। प्रोटोकॉल का पालन करने में किसी भी प्रकार का उल्लंघन ना हो यह सुनिश्चित करें तथा समस्त जिला अधिकारी अपने विभागीय कार्यक्रमों के लिए विधायकगणों, सांसदगणों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किए जाने में प्रोटोकॉल का पालन लिए जाने का भी ध्यान रखें।
जिले में ई ऑफिस प्रणाली लागू किए जाने की कार्यवाही की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिए की सभी जिला अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारी एवं स्वयं की ईमेल आईडी शीघ्र बनवा कर तथा आगामी कार्यवाही के लिए एम्पलाई डाटाबेस तैयार करवाए जाने की कार्यवाही भी सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि आरसीएमएस पोर्टल पर दर्ज मामलों के निराकरण में प्रगति लाई जाए। उपार्जन केंद्रों का निर्धारण कर वहां पर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें तथा किसान पंजीयन भी समय अवधि में पूर्ण किए जाए। कलेक्टर ने कहा कि प्रशासनिक पुनर्गठन आयोग के प्रस्तावों को सभी अनुभागीय अधिकारी युक्तियुक्त करण उपरांत चार दिवसों में प्रस्तुत करें।
सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्देश दिए की सभी जिलाधिकारी 100 दिवसों से अधिक समय से लंबित शिकायतों को विशेष रूप से निराकृत करें। उन्होंने 200 दिवसों से अधिक लंबित शिकायतों की विभागवार समीक्षा करते हुए शिकायतों के निराकरण किए जाने के संबंध में समस्त संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी जिला अधिकारी सुनिश्चित करें कि भ्रमण के दौरान सीएम हेल्पलाइन शिकायतों की समीक्षा के लिए भी भ्रमण के दरान समय निकाले। इसी प्रकार ब्लॉक स्तर पर भी अपने अधिनस्थों को निर्देशित करें कि जिन शिकायतों की निराकरण में समस्या उत्पन्न हो रही हो उन शिकायतकर्ता को समक्ष बुलाकर उनसे चर्चा करें। कलेक्टर ने सख्त निर्देश जारी किए की कोई भी अधिकारी बिना परीक्षण किए किसी भी शिकायत का जवाब दायर ना करें।
समय सीमा की बैठक के दौरान अपर कलेक्टर श्री डी के सिंह सिटी मजिस्ट्रेट बृजेंद्र रावत सहित समस्त जिलाधिकारी सभा कक्ष में उपस्थित रहे।
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