मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
आपदा प्रबंधन के अंतर्गत सभी विभागों अलर्ट मोड पर रहें: कलेक्टर
किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए विभागों की त्वरित प्रतिक्रिया टीम रहेगी तैयार
नर्मदापुरम। भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर वर्तमान परिस्थिति को दृष्टिगत रखते हुए तथा केंद्र एवं राज्य शासन द्वारा जारी निर्देशानुसार शनिवार को कलेक्टर सोनिया मीना ने आगामी संभावित युद्ध आपदा के परिप्रेक्ष्य में जिले के समस्त विभागों को सतर्क रहते हुए आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने स्वास्थ्य, आपदा प्रबंध संसाधन, खाद्य पेयजल, ईंधन आदि को निर्बाध व्यवस्था के संबंध में आवश्यक निर्देश जारी किए।
आपदा प्रबंधन के समय चिकित्सा सेवाएं सबसे प्रमुख घटक, जिले के समस्त अस्पतालों में दवाओं एवं अन्य आवश्यक संसाधन सरप्लस मात्रा में रखे जाए
कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने निर्देशित किया कि जिले के समस्त अस्पतालों में आवश्यक जीवन रक्षक दवाइयां एवं उपकरण उपलब्ध कराए जाएं। साथ ही डॉक्टर्स एवं पैरामेडिकल स्टाफ पूर्ण रूप से उपस्थित रहें। उन्होंने सीएमएचओ को निर्देशित किया कि ब्लड बैंक में सभी रक्त समूहों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जरूरत पड़ने पर अस्पतालों व विद्यालयों के मध्य अस्थायी निवास की व्यवस्था की जाए, तथा वहां जनरेटर की सुविधा भी रहे।
सोशल मीडिया निगरानी पर किसी भी प्रकार की भ्रामक खबरों का त्वरित रूप से खंडन
कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सोशल मीडिया पर सतत निगरानी रखी जाए। उन्होंने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि देश विरोधी या भड़काऊ सामग्री पर तुरंत कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पूर्ण पालन किया जाए। सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाली भ्रामक खबरों का प्रसार अवरोधित किया जाए।
आवश्यक वस्तुएं एवं ईंधन आपूर्ति की सुनिश्चितता
कलेक्टर ने खाद्य अधिकारी को निर्देशित किया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री, पेट्रोल-डीजल एवं घरेलू गैस की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि आमजन को अनावश्यक भण्डारण से बचने हेतु आवश्यक रूप से जागरूक किया जाए। जिससे किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति उत्पन्न ना हो।
पेयजल व्यवस्था निर्बाध रखें
कलेक्टर ने ईई लोक स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि आपात स्थिति में भी पेयजल की व्यवस्था निर्बाध रूप से बनी रहे तथा ब्लैकआउट एवं अन्य किसी भी अप्रिय स्थिति में जलापूर्ति की व्यवस्था के इंतजाम पूर्व नियोजित ढंग से कर लें।
संवेदनशील स्थलों की सूची अद्यतन
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले के संवेदनशील स्थलों जैसे अस्पताल, पावर प्लांट, तेल व गैस डिपो, धार्मिक स्थल एवं भारत सरकार के संस्थानों की सूची अद्यतन की जाए साथ ही उन स्थानों पर निरंतर नजर बनाए रखे तथा अनावश्यक रूप से सार्वजनिक आवाजाही को त्वरित रूप से स्थगित की जाए।
नागरिक सुरक्षा संबंधी जागरूकता का प्रचार प्रसार
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि ग्राम एवं पंचायत स्तर पर नागरिक सुरक्षा संबंधी जानकारी पर्याप्त रूप से प्रचारित की जाए जिससे जनता में सुरक्षा की भावना बनी रहे तथा किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके
अग्निशमन व संचार सेवाएं
कलेक्टर ने नगरीय प्रशासन विभाग को निर्देशित किया कि अग्निशमन सेवाओं को सक्रिय रखा जाए एवं उपकरणों की समय-समय पर जांच की जाए। अग्निशमन सेवाओं के समस्त वाहन रेडी टू गो स्थिति में रखे। उन्होंने जिला प्रबंधक ई गवर्नेंस को निर्देशित किया कि संचार सेवाएं सुचारू रहे इसके लिए दूरसंचार कंपनियों से समन्वय स्थापित कर संचार तंत्र की समीक्षा कर ली जाए।
पब्लिक एड्रेस सिस्टम और सायरन व्यवस्था
कलेक्टर ने सार्वजनिक सूचना प्रणाली (Public Address System) को कार्यशील स्थिति में रखे जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल एवं चेतावनी व्यवस्था के अंतर्गत शहरों में सायरन की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
सामाजिक संगठनों की भागीदारी भी आवश्यक
कलेक्टर ने राहत एवं बचाव कार्यों में गैर सरकारी संगठन, एन.एस.एस., एन.सी.सी. और सिविल वॉलंटियर्स जेसी संस्थाओं की भागीदारी भी सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने निर्देशित किया कि सामाजिक संगठनों एवं जनप्रतिनिधियों के माध्यम से भी पर्याप्त समन्वय बनाए रखा जाए।
उद्योग, सड़क व बिजली,डीसीसीएस सेंटर व्यवस्था
कलेक्टर ने आगामी आपदा के परिप्रेक्ष में जिला महाप्रबंधक उद्योग विभाग को निर्देशित किया कि उद्योगों में उत्पादन सुचारू रूप से जारी रहे और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर ने ईई लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि विभाग द्वारा सड़कों एवं पुलों की जांच एवं सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। साथ ही ऊर्जा विभाग विद्युत आपूर्ति की निर्बाध व्यवस्था बनाए रखी जाना सुनिश्चित करे। कलेक्टर ने जिला प्रबंधक लोक सेवा प्रबंधन को निर्देशित किया कि जिले में डीसीसीसी सेन्टर 24x 7 सक्रिय रहे।
कलेक्टर ने समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे आपसी समन्वय से कार्य करें और किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए पूर्ण रूप से तैयार रहें।
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