मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
परंपरा और तकनीक के साथ गणेश चतुर्थी विशेष, स्प्रिंगडेल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल का अनूठा प्रोजेक्ट
नर्मदापुरम। स्प्रिंगडेल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों ने गणेश चतुर्थी पर ऐसा रोबोटिक प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया जिसने परंपरा और आधुनिक तकनीक का अद्भुत संगम दिखाया।
इस प्रोजेक्ट में तीनों मूषक सेंसर की मदद से आरती, शंख और घंटी बजाने की क्रियाएँ करते हैं। एक मूषक अपने हाथ से आरती की थाली घुमाता है, दूसरा शंख बजाता है और तीसरा घंटी बजाता है। आरती पूर्ण होने पर भगवान गणेश जी अपने हाथों से मूषक को मोदक (प्रसाद) देते हैं, जो भक्तों तक प्रसाद वितरण का भाव प्रकट करता है।
इसके साथ-साथ बच्चों ने डेकोरेशन में भी ऑटोमेशन का प्रयोग किया। मंदिर के पास जैसे ही कोई दर्शन करने आता है तो लाइट अपने आप जल उठती है और अगर कोई ताली बजाता है तो फूलों में लगे एलईडी बल्ब जगमगा उठते हैं, जिससे फूल बेहद खूबसूरत दिखाई देते हैं।
स्कूल के डायरेक्टर डॉ. सुभाशीष चटर्जी का कहना है कि बच्चों को पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक तकनीक और रोबोटिक्स सीखना चाहिए, जिससे वे भविष्य में हर क्षेत्र में अग्रणी बन सकें। प्राचार्य श्रीमती मोना चटर्जी का विशेष योगदान है, जो विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकी ज्ञान से जोड़ने के लिए प्रेरित करती हैं। इस रोबोटिक लैब का संचालन एटीएल इंचार्ज नितीश दुबे करते हैं। उनके मार्गदर्शन में विद्यार्थी समस्या समाधान और नवाचार के प्रोजेक्ट बना रहे हैं।
यह प्रोजेक्ट केवल एक धार्मिक प्रस्तुति नहीं है, बल्कि इस बात का उदाहरण है कि देश के हर क्षेत्र की समस्याओं का समाधान तकनीक और नवाचार से संभव है। छोटे-छोटे विद्यार्थी, जो आज संस्कृति और तकनीक का यह संगम बना रहे हैं, वही कल देश की विज्ञान और नवाचार यात्रा को नई दिशा देंगे।

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