मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
श्रीराम चरित्र मानस महायज्ञ और संगीतमय श्रीरामकथा अनुष्ठान 25 नवंबर से
नर्मदा तट पर संत ब्रम्हानंद उदासीन महाराज की कृपा से 21 वां वर्ष
एके एन न्यूज नर्मदापुरम। बीते 20 वर्षों की तरह इस वर्ष भी मां नर्मदा के दक्षिण तट के ग्राम खरखेड़ी टिगरिया में श्रीराम चरित्र मानस महायज्ञ और संगीतमय श्रीरामकथा का दस दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है। मां नर्मदा के अनन्य भक्त व समाजसेवी संत स्वामी श्रीब्रम्हानंद उदासीन महाराज की सद्प्रेरणा व सानिध्य में निरंतर 21वें वर्ष में यह आयोजन नर्मदा तट के पटेघाट परिसर में होगा।
जिसमें पूरे क्षेत्र के दर्जनों गांवों के हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। यहां पर महायज्ञ का आयोजन पं हरिओम दुबे के आचार्यत्व में किया जाएगा। टिगरिया खरखेड़ी निवासी बलराम शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मौके पर कथा व्यास के रूप में अनंतश्री विभूषित हनुमत द्वार पीठाधीश्वर जगदगुरू रामानंदाचार्य स्वामी धीरेंद्राचार्य महाराज चित्रकूट धाम से पधार रहे हैं।
स्वामी जी के द्वारा 26 नवंबर से प्रतिदिन दोपहर 01 बजे से सायं 04.30 बजे तक मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री राम के गुणानुवाद पर कथा का वाचन करेगें। वहीं यज्ञशाला में आहुतियां प्रतिदिन प्रात:07बजे से दोपहर 12 बजे तक डाली जाएंगी। उन्होने बताया कि 25 नवंबर मंगलवार को नर्मदा तट से जल कलश यात्रा निकाली जाएगी। जो बस्ती के प्रमुख मार्ग से होते हुए कथा स्थल पर पहुंचेगी। वहीं दूसरे दिन 26 नवंबर से व्यासगादी से कथा प्रारंभ होगी। रामकथा का समापन और महायज्ञ की पूर्णाहुति दिसंबर को होगी। समापन अवसर पर भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
आयोजन समिति के सदस्यों और ग्रामवासियों ने इस धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होकर पुण्य लाभ लेने की अपील की है। ज्ञातव्य है कि मां नर्मदा के तट पर पटेघाट और यहां पर बने प्राचीन मंदिरों के जीर्णोद्धार करने में संत ब्रम्हानंद महाराज ने विशेष रूची लेकर जीर्णोद्धार करवाते हुए घाट की जर्जर हालत में काफी सुधार करवाया है। इस धार्मिक अनुष्ठान में क्षेत्र के हजारों श्रद्धालु शामिल होतेे हैं। चातुर्मास में यहीं पर श्रीरामचरित मानस का अखंड पाठ उसके बाद सुंदरकांड का पाठ होता है।

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