मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
सुशासन सप्ताह की सभी तैयारी समय पर पूरी की जाए : कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना
उपार्जन केंद्रों पर सतत निगरानी रखे एसडीएम एवं उपखंड स्तरीय समिति
विगत एक सप्ताह में सीएम हेल्पलाइन पर अपेक्षित प्रगति दर्ज न करने वाले अधिकारियों को जारी किए जाएं नोटिस
समय सीमा की बैठक हुई संपन्न कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए निर्देश
नर्मदापुरम// पिछले एक सप्ताह में सीएम हेल्पलाइन शिकायतों के समाधान में अपेक्षित प्रगति नहीं करने वाले अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस जारी किए जाएं। सुशासन सप्ताह के संबंध में संबंधित अधिकारियों को विस्तृत दिशा निर्देश जारी कर अभियान की रूपरेखा स्पष्ट की जाए। न्यायालय एवं आयोग से प्राप्त सभी प्रकरणों में संबंधित अधिकारियों द्वारा समय सीमा का ध्यान रखते हुए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उपार्जन कार्य में किसी भी प्रकार की अनियमितता स्वीकार नहीं की जाएगी। एसडीएम एवं अन्य उपखंड स्तरीय अधिकारी फील्ड स्तर पर दिखाएं अधिक सक्रियता। परिवर्तक अधिकारियों द्वारा बताई गई समस्याओ पर गंभीरतापूर्वक संज्ञान लेकर समस्या का समाधान सुनिश्चित करे संबंधित विभाग प्रमुख। 26 से 29 दिसंबर तक लगने वाले पचमढ़ी महोत्सव मेले की सभी तैयारियां सुनियोजित ढंग से पूर्ण की जाए। समय सीमा की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने उक्त निर्देश उपस्थित अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने निर्देश दिए की बैठक के दौरान दिए गए निर्देशों के संबंध में की गई कार्यवाहियों का पालन प्रतिवेदन भी अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत किया जाना सुनिश्चित किया जाए।
सोमवार को आयोजित साप्ताहिक समय सीमा की बैठक के दौरान कलेक्टर ने पिछले एक सप्ताह में सीएम हेल्पलाइन शिकायतों के समाधान में अपेक्षित प्रगति दर्ज न करने वाले अधिकारियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने निर्देश दिए की पिछले एक सप्ताह में अपेक्षित प्रगति दर्ज न करने वाले अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से नोटिस जारी किए जाएं तथा पूर्व में जारी किए गए नोटिस के जवाब संतोषपरक ना पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही के लिए प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत किए जाएं। कलेक्टर ने विभागों की खराब रैंकिंग एवं ग्रेडिंग पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर विभागीय रैंकिंग एवं ग्रेडिंग अधिकारियों द्वारा किए गए कार्य को दर्शाता है।
उन्होंने सिंचाई विभाग की बढ़ती हुई शिकायतों पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा शिकायतों की बढ़ती संख्या यह स्पष्ट करती है कि विभाग द्वारा जमीनी स्तर पर कार्य में शिथिलता बरती जा रही है। जो की कतई स्वीकार्य नहीं की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि आगामी एक सप्ताह में शिकायतों के निराकरण में गति लाएं। इसी प्रकार उन्होंने नगरीय प्रशासन, ग्रामीण विकास विभाग, राजस्व सामाजिक न्याय विभाग, संस्थागत वित्त सहित अन्य विभागों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए की शिकायतों के समाधान में अपेक्षाकृत प्रगति प्राप्त करें। कलेक्टर ने राजस्व विभाग अंतर्गत 300 दिवस से अधिक समय से लंबित शिकायतों पर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने निर्देश दिए की एक सप्ताह में उक्त शिकायतों को संतोषजनक रूप से बंद किया जाना सुनिश्चित करें। शिकायतों के बंद न होने की स्थिति में संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।
कलेक्टर सुश्री मीना ने समाधान ऑनलाइन के तहत चिन्हित बिंदुओं से संबंधित शिकायतों पर सतत मॉनिटरिंग किए जाने के निर्देश अपर कलेक्टर को दिए। कलेक्टर ने निर्देश दिए की समाधान ऑनलाइन के तहत चिन्हित किए गए बिंदुओं से संबंधित शिकायतों में कोई भी अधिकारी किसी भी प्रकार से सुस्ती ना दिखाएं। शिकायतों में त्वरित संज्ञान लेते हुए उनका निराकरण सुनिश्चित करें। बैठक के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिए की 19 दिसंबर से 25 दिसंबर तक मनाए जाने वाले सुशासन सप्ताह अंतर्गत प्रारंभ हो रहे प्रशासन गांव की ओर अभियान की सभी तैयारियां निर्धारित समय अवधि में पूरी की जाए तथा अभियान की सतत समीक्षा करते हुए इस अवधी में अभियान मोड में हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाए। उन्होंने सीईओ जिला पंचायत को निर्देशित किया कि अभियान संबंधी निर्देश संबंधित अधिकारियों को जारी किए जाएं।
उन्होंने निर्देश दिए कि जिन अधिकारियों द्वारा संभाग आयुक्त कार्यालय से प्राप्त समय सीमा प्रकरणों का निराकरण नहीं किया जा रहा है वे स्वयं संभाग आयुक्त के समक्ष प्रस्तुत होकर जवाब प्रस्तुत करें। कलेक्टर ने निर्देश दिए की 1 साल से ऊपर जनसुनवाई के कोई भी प्रकरण बिना निराकरण के लंबित न रहे। उन्होंने निर्देश दिए की समस्त प्रकरणों में अधिकारी आवश्यक रूप से जवाब दर्ज करें। जवाब दर्ज न किए जाने की स्थिति में संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किए जाने के निर्देश भी कलेक्टर द्वारा जनसुनवाई शाखा प्रभारी को दिए गए। उन्होंने निर्देश दिए कि न्यायालय एवं आयोग से प्राप्त समस्त प्रकरणों में निर्धारित समय सीमा के अनुरूप जवाब प्रस्तुत कर उनका निराकरण सुनिश्चित किया जाए।
समय सीमा की बैठक के दौरान कलेक्टर ने जिले में चल रही धान उपार्जन प्रक्रिया की भी समीक्षा की। जिला आपूर्ति अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि अब तक 44454 किसानों से 50 हज़ार मेट्रिक टन से अधिक की धान का उपार्जन किया जा चुका है साथ ही 99 प्रतिशत धान रेडी टू ट्रांसपोर्ट स्थिति में है। 83 प्रतिशत प्रतिशत स्कंध के हैंडलिंग चालान जारी किए जा चुके है एवं 77 प्रतिशत धान के स्वीकृति पत्रक भी बनाए जा चुके है। कलेक्टर ने निर्देश दिए की सभी एसडीएम सतत रूप से उपार्जन केन्द्रों का भ्रमण कर जांच करें एवं पूरी जवाबदारी के साथ उपार्जन प्रक्रिया को संपन्न कराएं। उन्होंने निर्देश दिए की एसडीएम एवं उपखंड स्तरीय समिति फील्ड पर अधिक सक्रियता दिखाएं। उपार्जन कार्य में किसी भी प्रकार की अनियमितताओं को स्वीकार्य नहीं किया जाएगा। इसी के साथ उन्होंने बारदानों की एंट्री निर्धारित पोर्टल पर अद्यतन किए जाने संबंधी निर्देश भी दिए।
कलेक्टर ने मिशन परिवर्तन के तहत अधिकारियों द्वारा किए गए निरीक्षण की भी समीक्षा की। कलेक्टर ने निर्देश दिए की निरीक्षण की अध्ययन जानकारी परख पोर्टल पर अपलोड करने के साथ ही आवश्यकता अनुरूप संबंधित अधिकारी को भी निरीक्षण में पाई गई समस्याओं के संबंध में सूचित करें। कलेक्टर ने कहा कि संबंधित विभाग प्रमुख परिवर्तक अधिकारियों द्वारा बताई गई समस्याओं पर गंभीरता पूर्वक संज्ञान लेते हुए उनका समाधान सुनिश्चित करें।
बैठक के दौरान जिला पंचायत सीईओ हिमांशु जैन, अपर कलेक्टर राजीव रंजन पांडे, अनिल जैन सहित अन्य जिलाधिकारी उपस्थित रहे।

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