मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सुश्री सोनिया मीना ने
जिले में शत प्रतिशत डिजीटाइजेशन होने पर निर्वाचन टीम को दी बधाई
कलेक्टर ने की मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR 2026) प्रक्रिया की समीक्षा
नो मैपिंग एवं एएसडी मतदाताओं की वास्तविक स्थिति की पुष्टि हेतु भौतिक सत्यापन किये जाने के दिए निर्देश
नर्मदापुरम/ जिले में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण (SIR 2026) का कार्य सतत प्रगति पर है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सुश्री सोनिया मीना द्वारा पुनरीक्षण कार्यों की नियमित रूप से समीक्षा की जा रही है। इसी क्रम में गुरुवार को आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने जिले में डिजिटाइजेशन का शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण होने पर समस्त निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों एवं पूरी निर्वाचन टीम को बधाई प्रेषित की।
कलेक्टर ने कहा कि जिले की इस उल्लेखनीय सफलता पर सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ईआरओ), सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एईआरओ), बीएलओ, सुपरवाइजर, सेक्टर अधिकारी एवं संपूर्ण निर्वाचन टीम को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। उन्होंने कहा कि पूरी टीम ने इस अवधि में दिन-रात कार्य करते हुए उत्कृष्ट समर्पण का परिचय दिया है, जिसके परिणामस्वरूप जिला यह उपलब्धि दर्ज करने में सफल हुआ है।
उल्लेखनीय है कि जिले में यह उपलब्धि सबसे पहले 2 दिसंबर को विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 138 सोहागपुर द्वारा प्राप्त की गई थी। इसके पश्चात 3 दिसंबर को विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 136 सिवनी मालवा ने द्वितीय स्थान पर डिजिटाइजेशन कार्य को 100 प्रतिशत पूर्ण किया। इसी क्रम में गुरुवार, 4 दिसंबर को शेष दोनों विधानसभा क्षेत्र—विधानसभा पिपरिया (139) एवं विधानसभा होशंगाबाद (137) ने भी शत-प्रतिशत डिजिटाइजेशन की उपलब्धि हासिल कर ली।
बैठक के दौरान कलेक्टर सुश्री मीना ने कहा कि बीएलओ द्वारा उपलब्ध कराई गई नो-मैपिंग एवं यूईएफ की संकलित जानकारी का लेवल-1 एवं लेवल-2 अधिकारियों द्वारा पुनः भौतिक सत्यापन कराया जाए। साथ ही, ईआरओ यह सुनिश्चित करें कि नॉन-मैपिंग अथवा एएसडी श्रेणी में सूचीबद्ध मतदाताओं का समुचित सत्यापन कर रिव्यू की प्रक्रिया पूर्ण की जाए। उन्होंने प्रत्येक यूईएफ मतदाता का अनिवार्य रूप से भौतिक सत्यापन करवाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले से अन्य राज्यों में स्थानांतरित हो चुके मतदाताओं की सूची तैयार कर जिला निर्वाचन कार्यालय को प्रस्तुत की जाए। कलेक्टर ने उन मतदान केंद्रों की भी पुनः जांच के निर्देश दिए जहां शून्य नो-मैपिंग एवं यूईएफ रिपोर्ट की गई है, ताकि स्थिति की पूर्ण पुष्टि हो सके।
कलेक्टर सुश्री मीना ने मतदाताओं को एएसडी श्रेणी में सूचीबद्ध करने में पूर्ण सावधानी बरतने एवं अनुपस्थित मतदाताओं को स्थानांतरित श्रेणी में दर्ज न करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी संबंधित प्रकरणों का ईआरओ द्वारा डबल चेक अनिवार्य रूप से किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि नो-मैपिंग एवं यूईएफ संख्या को कम करने हेतु पृथक-पृथक टीमें गठित कर प्रभावी कार्यवाही की जाए।
समीक्षा बैठक में अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजीव रंजन पांडे, एनएलएमटी पंकज दुबे तथा निर्वाचन सुपरवाइजर कैलाश दुबे ऑफलाइन उपस्थित रहे। सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं एईआरओ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।

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