समेरिटंस के विद्यार्थियों ने फिर फहराया सफलता का परचम
97 प्रतिशत के साथ 12वीं में शुभ परसाई जिले में रहे अव्वल
97.4 प्रतिशत के साथ 10वीं में याशिका मीना ने मारी बाजी
नर्मदापुरम। प्रतिवर्ष के अनुसार इस बार में सीबीएसई की हायर सेकंडरी और हाई स्कूल परीक्षा परिणामों में समेरिटंस स्कूल के विद्यार्थियों ने जिले में सफलता का परचम फहराया। कक्षा 12वीं में संस्था के शुभ परसाई 97 प्रतिशत अंकों के साथ जिले अव्वल रहे। जबकि कक्षा 10वीं याशिका मीना 97.4 प्रतिशत अंकों के साथ बाजी मारी। शुक्रवार को बोर्ड द्वारा परीक्षा परिणाम घोषित होते हुए बच्चे स्कूल में पहुंचने शुरू हो गया। प्रसन्नता के झूमते हुए बच्चों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। इस दौरान संस्था के डाॅयरेक्टर डाॅ आशुतोष शर्मा, प्राचार्य श्रीमती प्रेरणा रावत ने बच्चों को बधाई देते हुए उन्हें उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
सफलता की छलांग और खुशी की लहर
कक्षा 12वीं परीक्षा परिणाम आने के बाद स्कूल पहुंचे बच्चों के खिले हुए चेहरों पर खुशी की लहर साफ देखी जा रही थी। जबकि सफलता की छलांग लगाकर बच्चे फूले नहीं समा रहे थे। स्कूल में काफी देर तक बच्चे और अभिभावकों आना लगा रहा। हायर सेकंडरी के बच्चे की सफलता की उमंग अभी थमी नहीं थी कि हाईस्कूल के परीक्षा परिणामों के आने की सूचना ने इस खुशी को दोगुना कर दिया। अब स्कूल में कक्षा 10वीं के बच्चे और उनके अभिभावक भी पहुंच गए। दोनों कक्षाओं के बच्चों ने जमकर खुशियां मनाईं। इस दौरान शिक्षकों ने बच्चों को मिठाई खिलाई और शुभकामनाएं दीं। स्कूल के परीक्षा नियंत्रक आरके रघुवंशी ने बताया कि इस साल कक्षा 12वीं में 176 बच्चे सम्मिलित हुए। इनमें 90 बालक और 86 बालिकाएं थीं। परीक्षा परिणामों में 161 बच्चे प्रथम, 11 द्वितीय श्रेणाी में उत्तीर्ण हुए। जबकि 4 बच्चों को पूरक आई है। स्कूल में 5 बच्चों 95 प्रतिशत से अधिक, 21 बच्चों ने 90 प्रतिशत और 52 बच्चों ने 80 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित कर संस्था का नाम रोशन किया।
10वीं का परिणाम शत-प्रतिशत
श्री रघुवंशी ने बताया कि कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहा। इस साल 247 बच्चों ने 10वीं की परीक्षा दी। इनमें 158 बालक और 89 बालिकाएं थीं। इनमें से 191 बच्चे प्रथम और 56 बच्चे द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण रहे।
यही हमारा फलः डायरेक्टर आशुतोष शर्मा
परीक्षा परिणामों में एक बार फिर समेरिटंस के बच्चों ने साबित कर दिया कि वे ही अव्वल है। बच्चों की सफलता का श्रेय उनके परिश्रम,शिक्षकों का कुशल मार्गदर्शन और अभिभावकों को जाता है।
कठिन दौर के बाद की सफलता: प्राचार्य प्रेरणा रावत
पिछले दो साल कोविड 19 के बाद बच्चों ने दोबारा अपनी रफ्तार पकड़ ली है। यह प्रसन्नता की बात है। इस मायने में यह सफलता अधिक मायने रखती है।
ये रहे टाॅपर कक्षा 12वीं
गणित संकाय - अंजलि खंडेलवाल 92 काव्यांश बिलथरिया 90 तनय शुक्ला 90
बायोलाॅजी -अक्षत वर्मा 95
नमन गोस्वामी 91
कामर्स -सिद्धि जैन 95 मैत्रैयी हर्णे 93
ह्यूमेनिटी-शुभ परसाई - 97 अक्षित दुबे 95.4 जया राजपूत 95 पावनी रिछारिया 94.4
ये रहे टाॅपर कक्षा 10वीं
याशिका मीना 97.4
वैष्णवी राजपूत 96.2
शिवांशुगौर 96 रूपल गौर 96
कनिष्का झरबड़े 94
आईएएस बनना मेरा लक्ष्यः शुभ
हायर सेंकडरी में अव्वल रहे शुभ परसाई ने अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों, स्कूल के वातावरण और अभिभावकों के सहयोग को दिया। उसने बताया कि उसने सालभर योजना बनाकर पढ़ाई की। वहीं उसका लक्ष्य आईएएस बनना है। इसके लिए पहले वह बीए आनर्स करेगा साथ ही इसी साल से आईएएस की तैैयारी शुरू करेगा।
संभागीय ब्यूरो चीफ मनोज सोनी



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