भारत को अखण्ड भारत देखना चाहते थे महर्षि अरविंदों-- कौशलेश तिवारी
नर्मदा पुरम। जन अभियान परिषद द्वारा महर्षि अरविंदो को याद किया साथ ही अखंड भारत की के विषय के व्याखान कार्यक्रम मैरिज गार्डन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम मुख्य अतिथि अशेष अविनाशी, कार्यक्रम के अध्यक्षता डीएस दाँगी, विशेष अतिथि अखिलेश गुप्ता, हँस राय तेज कुमार गौर रहे। अतिथियों महर्षि अरविंदो के जीवन पर क्रमश: उद्बोधन प्रस्तुत किए कार्यक्रम में मुख्य वक्ता अशोक जमनानी ने कहा की महर्षि अरविंदो ने उच्च शिक्षित परिवार में जन्म लिए पिता एक ख्याति प्राप्त चिकित्सक थे। पिता ने इन्हे उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैड भेजा जहां आपने आईसीएस की परीक्षा पास की, हृदय में देश भक्ति के कारण अपने घुड़ सवारी में असफल हो गए।
मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के संभाग समन्वयक कौशलेश तिवारी ने कहा की भारत माता को वे अखंड भारत देखना चाहते थे. भारत का विभाजन होने पर उन्हें बहुत ठेस पहुंची थी. महर्षि के विचारों ने पूरे कालखंड को प्रभावित किया था. वह हमेशा कहते थे कि भारत विश्वगुरु बनने वाला है. महर्षि अरविंद के लेख के कारण ही देश में अखंड आजादी की ज्योत जली थी. वह समाज को ईश्वर के दर्शन भारत माता के रूप में कराना चाहते थे. वे कहते थे कि भारत माता एक ऐसी मानवीय चेतना है जो सामने आकर अपना रूप धारण कर सकती है। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद में महर्षि अरविंद का बहुत बड़ा योगदान था. उन्होंने चेतना के विकास का सिद्धांत दिया. महर्षि अरविंद कहते थे कि हर व्यक्ति में महामानव बनने की क्षमता है।
. नियमित योग से हम अपने अंदर की चेतना को जगा सकते है. उनके बारे में जानना गौरवपूर्ण है. इंग्लैंड में रहते हुए भी उन्होंने अपने देश प्रेम को जागृत रखा. महर्षि अरविंद का व्यक्तित्व अद्भुत था।. महर्षि विश्व के श्रेष्ठ दर्शनिकों में से एक थे.। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के प्रणेता के रूप में स्थापित महर्षि अरविन्द ने आजादी के आंदोलन को एक नई दिशा दी। कार्यक्रम का समापन भारत माता की पूजन व भारत माता की आरती से किया गया।
इस कार्यक्रम में बीएसडबल्यू एमएसडबल्यू के छात्र छात्रायें, नर्मदापुरम की समस्त नवांकुर एवं प्रस्फुटन समितियों के सदस्यों के साथ वीणा-पाणि संस्था के अध्यक्ष आनंद नामदेव, संजय सराठे, नरेंद्र पटेल, साहिल तिलोटिया, शिवांक रावत, मेंटर्स राजेश गौर, अरूण राणा, नीरज चतुर्वेदी वी अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे, कार्यक्रम का संचालन श्रीमती नेहा तिवारी द्वारा किया गया।
मनोज सोनी प्रधान संपादक

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