सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मड़ई में 6 साल के हाथी विक्रमादित्य की हुई मौत, विक्रम की मौत का कारण अज्ञात
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगा, मौत की असली वजह क्या है
पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा
विक्रम को सैलानियों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा -- नफरत की दुनिया को छोड़कर प्यार की दुनिया में खुश रहना मेरे यार
नर्मदा पुरम । सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मड़ई पार्क में पर्यटकों को आकर्षित करने वाले 6 बर्ष के नन्हे हाथी विक्रमादित्य उर्फ विक्रम की अचानक मौत हो जाना जनचर्चा का विषय बना हुआ है। सूत्रों की माने तो बिक्रम की मौत का कारण अज्ञात बताया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि विक्रम हाथियों के दल में सबसे छोटा हाथी था। विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार विक्रम की मां प्रिया के दो बच्चे हैं जिनमे एक विक्रम है, जिसकी उम्र 6 साल है। वहीं दूसरी लक्ष्मी की उम्र 8 साल के करीब है।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के मड़ई में वाइल्ड लाइफ को देखने आने वाले टूरिस्टों के लिए हाथी कैम्प के सिद्धनाथ (नर हाथी), अंजूगम (मादा), प्रिया (विक्रम की मां), लक्ष्मी और विक्रम आकर्षण का केंद्र माने जाते हैं। अंजूगम की उम्र 60 से ज्यादा होने पर एसटीआर से रिटायर्ड कर दिया गया। एसटीआर के मड़ई पार्क में वन विभाग के कर्मचारियों सहित टूरिस्टों के लिये सबसे खास नन्हा हाथी विक्रम अब कभी दिखाई नही देगा। प्राप्त जानकारी अनुसार विक्रम की रात में अचानक मौत हो गई। मौत की सूचना के बाद सुबह एसटीआर के अधिकारी फील्ड डायरेक्टर एल कृष्णमूर्ति, डीएफओ पूजा नागले, सहायक संचालक अंकित जामोद सहित वाइल्ड लाइफ डॉ गुरुदत्त शर्मा सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के हाथी कैम्प पहुच गए थे
गौरतलब है कि एसटीआर के अधिकारियों ने फिलहाल विक्रम की मौत की वजह का खुलासा नहीं किया है। अब विक्रम का पोस्टमार्टम कर उसका अंतिम संस्कार वाइल्ड लाइफ गाइडलाइंस के अनुसार किया जाएगा। उधर सहायक संचालक अंकित जामोद ने विक्रम की मौत की पुष्टि करते हुए कहा है कि पोस्टमार्टम और जांच के बाद ही मौत के कारण का खुलासा हो पाएगा। नन्हे हाथी बिक्रम की अचानक हुई मौत के मामले में विभागीय जांच पड़ताल जारी है।
मनोज सोनी एडिटर इन चीफ


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