करोड़ों की सरकारी जमीन पर दबंगों का अवैध कब्जा, कर रहे खेती
50 एकड़ जमीन हुई थी स्टील प्लांट के लिए आवंटित
यहां लगे पुराने आम के पेड़ भी काटे
प्रशासन और दबंग की मिलीभगत से इनकार नहीं
नर्मदापुरम। शहर के समीपस्थ डोलरिया क्षेत्र में करोड़ों रुपये की सरकारी जमीन, जिसे छोटे घास की जमीन' कहा जाता है यहां पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जा कर खेती करने का मामला सामने आया है। डोलरिया औसतन जिले का पिछड़ा इलाका है और यहां रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए सरकार ने पूर्व में स्टील प्लांट लगाने का निर्णय लिया था। इस योजना के तहत संबंधित कंपनी को प्लांट लगाने के लिए छोटे घास में 50 एकड़ जमीन आवंटित की गई थी। किसी कारणवश स्टील प्लांट नहीं लग पाया, और अब इस जमीन पर गांव के प्रभावशाली दबंगों ने कब्जा कर रखा है। करोड़ों रुपये की इस जमीन पर दबंग हर साल लाखों की फसल उगाकर जमकर मुनाफा कमा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन को इस अवैध कब्जे की जानकारी होने के बावजूद, मैदानी अमले की मिलीभगत और दबंगों के रसूख के चलते अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यह बात जिला मुख्यालय पर जनचर्चा का विषय बनी हुई है।
अवैध खेती और आम के पेड़ों की कटाई
सूत्रों के मुताबिक उक्त जमीन पर दबंग पहले गेहूं की फसल बो चुके हैं और अब बरसाती धान की फसल बोने की तैयारी कर रहे हैं। इसके अलावा दबंगों ने इस सरकारी जमीन पर आम के पेड़ भी लगा दिए हैं, ताकि इन पेड़ों को कटने से बचाने के बहाने अतिक्रमण को बनाए रखा जा सके। खेत बनाने के फेर में दबंगों ने आसपास लगे कई पुराने पेड़ भी काट दिए हैं।
प्रशासन को कई बार की शिकायत लेकिन प्रशासन की अनदेखी
गांव के जागरूक लोगों ने इस सरकारी जमीन पर अतिक्रमण और खेती किए जाने की प्रशासन को कई बार शिकायतें की हैं, लेकिन दबंगों के प्रभाव के चलते अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन और दबंगों के बीच मिलीभगत होना चर्चा का विषय है, जिसके कारण स्थानीय अधिकारियों से कोई उम्मीद नहीं है।
चरनोई की जमीन पर दबंग का कब्जा
यह जमीन, जो पहले गांव के मवेशियों के लिए चरनोई के रूप में उपयोग होती थी, अब दबंगों के कब्जे में है। प्लांट नहीं लग पाने के कारण इस जमीन पर दबंगों का कब्जा हो गया है, जिससे गांव के मवेशियों के लिए चरनोई की जमीन नहीं बची है। ग्रामीण अब मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक शिकायत पहुंचाने की मंशा जाहिर कर रहे हैं। स्थानीय और वरिष्ठ अधिकारियों की मिलीभगत के कारण अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। प्रशासन को इन मामलों में तुरंत हस्तक्षेप कर अवैध कब्जों को हटाना चाहिए जमीन को मुक्त कराना चाहिए।
स्टील प्लांट नहीं लग पाया और खाली पड़ी थी जमीन
डोलरिया गांव में छोटे घास की जमीन पर स्टील प्लांट लगाने के लिए सरकार ने 50 एकड़ जमीन आवंटित की थी। इस योजना का उद्देश्य गांव के बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना था। हालांकि, स्टील प्लांट नहीं लग पाया और जमीन खाली पड़ी रही। इस खाली पड़ी जमीन पर अब गांव के कुछ प्रभावशाली दबंगों ने कब्जा कर लिया है। वे इस जमीन पर खेती कर रहे हैं और अब धान की फसल बोने की तैयारी में हैं। इससे पहले भी वे यहां फसल उगा चुके हैं और लगातार इसका फायदा उठा रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों ने की शिकायत लेकिन प्रशासन की अनदेखी
इस मामले में स्थानीय नागरिकों ने शिकायतें की हैं, लेकिन अब तक प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। दबंग लोग बिना किसी रोक-टोक के इस सरकारी जमीन पर अवैध रूप से खेती कर रहे हैं और लाभ कमा रहे हैं। दबंगों द्वारा कब्जा और खेती प्रशासन की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। इस जमीन का सही उपयोग न हो पाने से सरकार की योजना विफल रही और बेरोजगार युवाओं को रोजगार का लाभ नहीं मिल पाया। प्रशासन को इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर अवैध कब्जे को हटाना चाहिए और जमीन को उसके वास्तविक उद्देश्य के लिए उपयोग में लाना चाहिए।
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