मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
राष्ट्रकवि भवानी प्रसाद मिश्र की जयंती नर्मदांचल पत्रकार संघ पत्रकार भवन ने मनाई
राष्ट्रकवि भवानी प्रसाद मिश्र की जयंती पर उन्हें याद करते हुए काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया
कार्यक्रम में उपस्थित साहित्यकारों और कवियों ने कविताएं पढ़ी, पत्रकार साथियों ने अपने विचार व्यक्त किए
एकेएन न्यूज़ नर्मदापुरम। राष्ट्रकवि भवानी प्रसाद मिश्र की जयंती नर्मदांचल पत्रकार संघ द्वारा पीपल चौक स्थित पत्रकार भवन में मनाई गई। नर्मदांचल की माटी में जन्मे दादा भवानी प्रसाद मिश्र की जयंती पर पहली बार संघ ने काव्य गोष्ठी आयोजित की। इस अवसर पर सर्वप्रथम अतिथियों के द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम प्रारंभ किया और पत्रकार साथियों ने आंमत्रित अतिथियों का पुष्पहार से स्वागत किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि साहित्यकार नगरश्री गिरी मोहन गुरु ने कहा कि मैं वो पत्रकार हूं, चाहे जिसे फायर कर दूं, गुलामी लौट के आए उसे वायरल कर दूँ, जमाना पब्लिक सिटी पर चल रहा है ए दोस्त, तू कहे तो तेरी सुर्खियों को शायर कर दूँ पर जमकर तालियां बटोरी। नर्मदाँचल पत्रकार संघ के संरक्षक बलराम शर्मा ने दादा मिश्र के जीवन पर प्रकाश डाला। संघ के संरक्षक प्रफुल्ल तिवारी ने कवि श्री मिश्र के साहित्यिक विशेष योगदान को बताया।
साहित्यकार सुभाष यादव ने पानी में भविष्य खोजने बच्चों का सफाई में योगदान को रेखांकित करते हुए पन्नी बीनते बच्चे कब हो जाते हैं जवान, स्कूल ले जाते कोई दिखता नहीं श्रीमान पर खूब प्रसंशा बटोरी। कवि खेमचंद्र यादवेश ने समाज में व्याप्त बुराई सट्टे पर तीखा वार करते हुए कहा - तू काहे लगावे सट्टा, तो बुद्धि के मट्ठा कविता पाठ से आर्थिक तंगी को बताया। पत्रकार तुकाराम यादव ने स्कूल समय में लिखी आधुनिक काल के कवियों के नाम बताओ कविता सुनाकर तालियां हासिल की।
नर्मदांचल पत्रकार संघ के सचिव और साहित्यकार आत्माराम यादव ने जानें क्या हद हो गई, आदमी की हद सरहदों में खो गई, सगे भाइयों के बीच आपस में ठनी हो गई कविता पर जमकर प्रसंशा बटोरी। इस दौरान कार्यक्रम में नर्मदाचल पत्रकार संघ के संरक्षक प्रफुल्ल तिवारी ,बलराम शर्मा, उपाध्यक्ष मनोज सोनी, कमलेश चौधरी, मुकेश भदौरिया सचिव आत्माराम यादव कोषाध्यक्ष विजय कुम्भारे, कमल चव्हाण, दयाराम पाल, प्रदीप गुप्ता तुकाराम यादव, नरेंद्र दीक्षित, प्रकाश शर्मा, रुद्रप्रताप सिंह सहित अन्य पत्रकार साथी उपस्थित रहे।
इस दौरान सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने वर्चुअल संबोधित करते हुए कहा कि भवानी प्रसाद मिश्र उन चुनिंदा साहित्यकारों में से एक थे जिन्होंने साहित्य सृजन के साथ ही भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भी अपनी अहम भूमिका निभाई थीं। इस अवसर पर उपस्थित पत्रकार साथियों ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का सफ़ल संचालन विजय कुंभारे ने और आभार रुद्र प्रताप सिंह ने व्यक्त किया।


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