मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
अधिक से अधिक व्यक्ति सौलर ऊर्जा का उपयोग करें – कमिश्नर श्री कृष्ण गोपाल तिवारी
पीएम सूर्य घर और पीएम-कुसुम योजनाओं के अंतर्गत मध्यप्रदेश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने हेतु नर्मदापुरम् में प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यशाला का आयोजन
नर्मदापुरम। नर्मदापुरम संभाग कमिश्नर कृष्ण गोपाल तिवारी ने कहा कि अधिक से अधिक लोग एवं किसान अपने घरों एवं खेतो में सोलर ऊर्जा का उपयोग करें। लोगो को सोलर पैनल लगाने के लिए प्रेरित किया जाए। कमिश्नर म.प्र. मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (MPUVNL) द्वारा काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वाटर (CEEW) के सहयोग से नर्मदापुरम् स्थित कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने हेतु एक प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि इस कार्यशाला का उद्देश्य डिस्कॉम अधिकारियों, विक्रेताओं, राज्य शासन के प्रतिनिधियों और उपभोक्ताओं सहित प्रमुख हितधारकों को पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना और पीएम-कुसुम योजना की जानकारी देकर उनकी क्षमता का विकास करना था।
कमिश्नर श्री तिवारी ने कहा कि शासकीय भवनों एवं संस्थाओं में सोलर पैनल स्थापित करने के लिए शासन द्वारा प्रयास किए जा रहे है। उन्होने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना और पीएम कुसुम योजना के माध्यम से भारत की ऊर्जा व्यवस्था में हो रहे परिवर्तन को रेखांकित किया और बताया कि कैसे ये योजनाएं स्वच्छ, किफायती और भरोसेमंद ऊर्जा प्रदान कर नागरिकों को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक हैं।
श्री तिवारी ने प्रदेश में नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने उपभोक्ताओं के लिए सोलर योजना में आवेदन और पंजीयन प्रक्रिया को सरल बनाने तथा विक्रेताओं के साथ समन्वय और मरम्मत सेवाओं के लिए एक सतत चैनल बनाने का सुझाव दिया। उन्होंने यह भी कहा कि सभी शासकीय परियोजनाओं में सौर ऊर्जा ढांचे को अनिवार्य रूप से शामिल किया जाए तथा सफल उदाहरणों को सामने लाकर जनसामान्य को प्रेरित किया जाए।
सुश्री सोनिया मीना, कलेक्टर नर्मदापुरम् ने योजनाओं के लाभों की सराहना करते हुए उपस्थित अधिकारियों एवं प्रतिभागियों से आह्वान किया कि वे योजनाओं की जानकारी को जमीनी स्तर तक पहुंचाएं, जिससे अधिक से अधिक उपभोक्ता इनसे लाभान्वित हो सकें।
तकनीकी सत्रों के दौरान भारत के जलवायु लक्ष्यों, नवीकरणीय ऊर्जा की दिशा में देश के संकल्पों, और मध्यप्रदेश द्वारा हासिल की गई प्रगति को साझा किया गया। CEEW, CSTEP, तथा भारतीय स्टेट बैंक के विशेषज्ञों ने पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना, आदर्श सौर गांव का निर्माण, पीएम-कुसुम योजना के अंतर्गत कृषि बिजली का सौरकरण, सौर ऊर्जा के लिए वित्तीय विकल्प पर अपनी प्रस्तुति दी।
इन सत्रों में सौर ऊर्जा प्रणालियों की तकनीकी जानकारी, पात्रता मानदंड, सब्सिडी ढांचे, विक्रेता चयन, वित्त पोषण और आवेदन प्रक्रिया को विस्तार से समझाया गया, जिससे प्रतिभागियों को सामुदायिक और व्यक्तिगत स्तर पर सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सक्षम बनाया जा सके।
कार्यक्रम का समापन सोजन सिंह रावत, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने परंपरागत ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम करने और कार्बन उत्सर्जन घटाने के लिए सौर ऊर्जा को अपनाने की आवश्यकता दोहराई। उन्होंने प्रदेश सरकार की सौर ऊर्जा में उल्लेखनीय प्रगति की सराहना की और पीएम-कुसुम योजना को किसानों को दिन के समय बिजली उपलब्ध कराने में सहायक बताया। उन्होंने सभी अधिकारियों से निरंतर समन्वय, प्रशिक्षण और जागरूकता प्रयासों को बनाए रखने का आग्रह किया ताकि मध्यप्रदेश देश के सौर ऊर्जा परिवर्तन में अग्रणी भूमिका निभा सके।
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