नागद्वारी मेले में सॉलिड वेस्ट मेनेजमेंट के द्वारा किया जा रहा कचरा का स्मार्ट प्रबंधन
श्रद्धालुओं एवं दुकानदारों को किया जा रहा जागरूक
नर्मदापुरम// भगवान भोलेनाथ की पवित्र नगरी पचमढ़ी में नागपंचमी (नागद्वारी) मेले में देश के विभिन्न राज्यों — मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र तथा अन्य राज्यों से श्रद्धालु प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते हुए पद्मशेष नागद्वार गुफा के दर्शन हेतु निरंतर पहुंच रहे हैं। 10 दिवसीय इस पवित्र मेले में जिला प्रशासन द्वारा संपूर्ण व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं।
मॉनसून की सक्रियता के कारण पचमढी की वादियों में प्राकृतिक सुंदरता और अधिक बढ़ गई है, जिससे श्रद्धालुओं की संख्या में भ इजाफा होने लगा है। भक्तों को गर्मी से भी राहत मिली है।
सॉलिड वेस्ट मेनेजमेंट के माध्यम से रखी जा रही मेले में स्वच्छता
इस वर्ष नागपंचमी मेला "ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (Solid Waste Management)" की थीम पर केंद्रित है। महादेव मेला समिति पचमढ़ी, निजी क्षेत्र की कंपनी हिन्दुस्तान कोको कोला बेवरेजेस, मिश्रा ट्रेडर्स, एसटीआर टीम तथा जिले की नगरपालिकाओं के सफाई मित्रों के सहयोग से पूरे मेला क्षेत्र में स्वच्छता बनाए रखने हेतु ठोस कार्य योजना बनाई गई है।
कचरा संग्रहण की व्यवस्था
मेला क्षेत्र की जलगली से कालाझाड़ तक की दुकानों को बोरी प्रदान की गई हैं, जिनमें दुकानदार कचरा एकत्रित कर रहे हैं। सफाई कर्मचारी प्रति दिन 3-4 बार कचरा संग्रहण कर उसे निर्धारित कचरा केंद्र तक पहुंचा रहे हैं। अब तक 150 किलोग्राम PET बोतलें, 100 किलोग्राम पॉलीथिन, 150 किलोग्राम पुराने जूते, 50 किलोग्राम मिश्रित प्लास्टिक एवं 50 किलोग्राम कांच एकत्र कर संग्रहण केंद्र भेजा गया है।
श्रद्धालुओं व दुकानदारों को किया जा रहा जागरूक
मेला क्षेत्र में दुकानदारों एवं श्रद्धालुओं को डस्टबिन में कचरा डालने की समझाइश दी जा रही है। उन्हें मेला क्षेत्र को स्वच्छ बनाए रखने हेतु प्रेरित किया जा रहा है, जिससे मेला क्षेत्र साफ-सुथरा बना रहे।
मेले में स्वच्छता बनाए रखने में संजू नाग की प्रेरणादायी भूमिका
पिपरिया निवासी श्रीमती संजू नाग ने कचरा प्रबंधन और स्वच्छता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विगत 8 वर्षों से मेले में दुकान लगाने वाली संजू नाग न केवल अपनी दुकान को साफ-सुथरा रखती हैं, बल्कि आसपास के दुकानदारों और मंडलों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक कर रही हैं।
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