मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
डॉक्टर्स डे पर प्रेरणात्मक संदेश--आप भी किसी की रोशनी बन सकती हैं डॉ प्रियंका मारन
शा कन्या उच्चतर विद्यालय में आयोजित हुआ विशेष कार्यक्रम छात्राओं से किया संवाद
मंडीदीप। डॉक्टर्स डे के अवसर पर शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, मंडीदीप में विशेष कार्यक्रम का आयोजन। प्रभु प्रेम नेत्रालय,भोपाल की निदेशक एवं वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डॉ. प्रियंका मारन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उक्त कार्यक्रम छात्राओं के लिए प्रेरणा, सेवा और संवाद का माध्यम बना।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया और प्रस्तावना श्रीमती आरती शर्मा द्वारा प्रस्तुत कर किया गया। इसके पश्चात छात्राओं द्वारा डॉक्टर्स डे की जानकारी साझा की गई और सभी ने मिलकर केक काटकर डॉक्टर्स डे की शुभकामनाएं दीं।
डॉ. प्रियंका मारन का प्रेरणात्मक उद्बोधन देते हुए छात्राओं से कहा कि उन्होंने डॉक्टर बनने का सपना 24- 25 वर्ष की उम्र में देखा था, और सेवा ही उनके जीवन का ध्येय बना। उन्होंने छात्राओं से नेत्र सुरक्षा के उपाय साझा किए और बताया कि कैसे मेहनत, धैर्य और विश्वास के साथ डॉक्टर बनने का सपना पूरा किया जा सकता है।
"मुझे मेरे पेशे से नहीं, मेरी सेवा से प्रेम है। मेरा उद्देश्य केवल इलाज करना नहीं, बल्कि उस अंधकार को मिटाना है जिसमें उम्मीद भी नहीं बची थी।
बच्चियों के सवालों के जवाब कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने डॉ. प्रियंका से करियर, पढ़ाई और जीवन चुनौतियों से जुड़े सवाल पूछे, जिनका उन्होंने बहुत ही सहज और उत्साहजनक ढंग से उत्तर दिया। नेत्र सेवा की वार्षिक घोषणा
डॉ. प्रियंका ने घोषणा की कि प्रभु प्रेम नेत्रालय की ओर से इस विद्यालय की सभी छात्राओं की वर्षभर नि:शुल्क नेत्र जांच की जाएगी, और आवश्यकता अनुसार दवाइयाँ व उपचार भी निशुल्क प्रदान किए जाएंगे।
राजेश मीणा का प्रोत्साहन कार्यक्रम में उपस्थित प्रभु प्रेम नेत्रालय के प्रबंधक राजेश मीणा ने भी छात्राओं को डॉक्टर बनने के लिए प्रेरित किया और उन्हें आत्मनिर्भरता, शिक्षा और सेवा की ओर अग्रसर होने का संदेश दिया। सहयोग और उपस्थिति कार्यक्रम में प्रभु प्रेम नेत्रालय की समर्पित टीम तथा विद्यालय का संपूर्ण स्टाफ उपस्थित रहा। सभी ने मिलकर बच्चियों का उत्साह वर्धन किया और इस आयोजन को सफल बनाया।
गीत व समापन: कृष्णा पंडित द्वारा कार्यक्रम का समापन कृष्णा पंडित द्वारा एक प्रेरणादायक गीत के साथ किया गया, जिसमें डॉक्टरों की महत्ता को भावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात सभी छात्राओं को मिठाई वितरित की गई, जिससे कार्यक्रम का समापन स्नेह और मिठास के साथ हुआ। बेटियों में सेवा का बीज बो गया। डॉक्टर्स डे आयोजन ने न सिर्फ स्वास्थ्य और सेवा का संदेश दिया, बल्कि छात्राओं के मन में बड़ा सोचने और बड़ा बनने का आत्मविश्वास भी जगाया।
"बेटियों, सपनों को पंख दो..और सेवा को अपना लक्ष्य बनाओ। एक दिन आप भी किसी की रौशनी बनेगी।
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