मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
हनुमान मंदिर विस्थापन मामले में विश्व हिंदू परिषद की शर्तों को प्रशासन ने किया स्वीकार
अतिक्रमणकारियों को किए नोटिस जारी
एके एन न्यूज इटारसी। रेलवे स्टेशन के सामने स्थित दक्षिणमुखी श्री हनुमान मंदिर के विस्थापन के विषय को लेकर विश्व हिंदू परिषद का सशर्त जो आंदोलन चल रहा था उसे प्रशासन ने स्वीकार कर लिया है। विश्व हिंदू परिषद के आंदोलन के चलते यह कार्य सिद्ध हुआ है जिससे समस्त सकल हिंदू समाज में हर्ष उल्लास का माहौल बनेगा और धार्मिक स्वतंत्रता बनी रहेगी विश्व हिंदू परिषद ने स्थानीय शासन के इस फैसले का सम्मान किया है परिषद पहले से ही इन्हीं मांगों पर कहता आ रहा था कि इस आधार पर ही स्थान परिवर्तन होना चाहिए जो कार्य पहले करना था उसे आज स्वीकार कर लिया गया देर आए पर दुरुस्त आए इसी तर्ज पर सभी का स्वागत समाज की फिजा बनी रहेगी।
इस चर्चा के दौरान स्थानीय विधायक, नगर पालिका अध्यक्ष, नगर मंडल अध्यक्ष एवं शासकीय विभाग मौजूद रहा। निम्न बातों पर स्वीकृति बनी। हनुमान दादा के नाम का दान पत्र लिख दिया जो समय अनुसार सार्वजनिक कर दिया जाएगा।हनुमान नाम मंदिर के पीछे का जो अतिक्रमण किया गया है, उन्हें भी आज नोटिस जारी कर दिया है। अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया जल्दी शुरू हो जाएगी।
नए हनुमान मंदिर का नक्शा प्रस्तुत किया। हनुमान मंदिर संचालन समिति में विश्व हिंदू परिषद संगठन के लोगों को शामिल किया जाएगा। जिसका अधिकार क्षेत्र स्थानीय तहसीलदार या अनुविभागीय अधिकारी रहेंगे। मंदिर में होने वाले संचालन कार्यों में पारदर्शिता बरती जावेगी। ब्रह्म वृक्ष पीपल को इसी स्थान पर रहने दिया जावेगा।
इन सभी बिन्दुओं पर सहमति बनने उपरांत अब किसी भी प्रकार का विवाद नहीं रह जाता है और संगठन की स्वीकृति स्थान परिवर्तन पर रहेगी। उक्त चर्चा पर विषय हेतु विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री चेतन सिंह राजपूत, नगर उपाध्यक्ष अनिरुद्ध चंसोरिया, नगर मंत्री यश शर्मा एवं संगठन के अन्य सदस्य मौजूद रहे। उक्त जानकारी नगर उपाध्यक्ष अनिरुद्ध चंसोरिया ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी।

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