मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
नवरात्रि के पावन पर्व पर बहन-भाई के पवित्र रिश्ते पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले कैलाश विजयवर्गीय पर कांग्रेस ने किया कठोर प्रहार
एके एन न्यूज इटारसी/ नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की सोच और उनका हालिया बयान जो उन्होंने प्रियंका गांधीजी और राहुल गांधीजी पर किया है वह महिलाओं के प्रति गहरी कुंठा और प्रदेश भर की बहनों ,माताओं के प्रति असम्मान को दर्शाते है। । 2013 में निर्भया कांड के समय उन्होंने कहा था,‘लक्ष्मण रेखा लांघने वाली महिलाओं के साथ यही होता है।’ अब नवरात्रि जैसे पावन अवसर पर उन्होंने बहन-भाई के पवित्र रिश्ते को कलंकित करने वाली टिप्पणी कर वही कुंठित मानसिकता उजागर की है।”
नवरात्रि के पावन पर्व पर कुंठित मंत्रीजी का बयान उनका घटिया “चश्मा” दिखाता है। प्रदेश की मातृशक्ति का अपमान करना और उनके कपड़ों पर टिप्पणी करना किसी मंत्री को शोभा नहीं देता।
दूसरों को चरित्र प्रमाणपत्र देने वाली भाजपा के राज में बलात्कारियों को माला पहनाने का चलन बढ़ा है। मंदसौर हाईवे कांड में भाजपा नेता मनोहरलाल धाकड़ अश्लील हरकत करते पकड़े गए। मंत्री विजय शाह को कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकियों की बहन कहने के मामले में कोर्ट की फटकारों के बावजूद बचाया गया और अब कैलाश विजयवर्गीय को बचाया जा रहा है। संस्कारों की बात करने वाले उनके सुपुत्र स्वयं अधिकारियों की पिटाई करते हैं—यही भाजपा और संघ के “संस्कार” हैं।”
नवरात्रि में हम माँ दुर्गा से प्रार्थना करते हैं कि वे हमें शक्ति दें, लेकिन बीजेपी के मंत्री जैसे लोग इस पवित्र समय में भी बहनों की मर्यादा को तार-तार कर रहे हैं। बहन-भाई का रिश्ता भारतीय संस्कृति की नींव है रक्षा बंधन से लेकर नवरात्रि तक, यह बंधन पवित्रता और सुरक्षा का प्रतीक है। लेकिन विजयवर्गीय का बयान इस रिश्ते पर सीधा हमला है, जो माँ दुर्गा की देवी शक्ति को चुनौती देने जैसा है। यह न केवल असंवेदनशील है, बल्कि पूरे प्रदेश की सांस्कृतिक अस्मिता पर प्रहार है।
कैलाश विजयवर्गीय के पूर्व में विवादित बयान महिलाओं की तुलना “शूर्पणखा” से करना। कहना कि “कम कपड़े पहनने वाली महिलाएँ पसंद नहीं।”पश्चिमी पहनावे की आलोचना करते हुए महिलाओं की स्वतंत्रता पर सवाल उठाना। वहीं नगरीय प्रशासन मंत्रीजी को तो शहरों को महिलाओं के लिए सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए । क्योंकि प्रदेश में महिलाएं लगातार असुरक्षित हो रही हैं ।
महिलाओं के खिलाफ अपराधों का भयावह सच (मध्यप्रदेश) बलात्कार: 2020 में 6,134 → 2024 में 7,294 (19% वृद्धि)। दैनिक अपराध: औसतन प्रतिदिन 20 बलात्कार, 33 अपहरण।SC/ST महिलाएँ: 2022–24 में 7,418 हमले, 338 सामूहिक बलात्कार सजा दर: SC 23%, ST 22%, OBC 21%, सामान्य वर्ग 18% लापता महिलाएँ: जनवरी 2024–जून 2025 तक 21,175 महिलाएँ/बालिकाएँ। ये आँकड़े बताते हैं कि भाजपा राज में बहन-बेटियाँ सुरक्षित नहीं हैं और अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है।
कांग्रेस की माँग: कैलाश विजयवर्गीय माँ दुर्गा के सामने झुककर सार्वजनिक माफी माँगें। यदि माफी नहीं माँगते, तो मुख्यमंत्री उन्हें मंत्री पद से तत्काल बर्खास्त करें। भाजपा नेताओं द्वारा महिलाओं का अपमान बंद और यूं बदजुबानी बंद हो, अन्यथा कांग्रेस सड़क से सदन तक आंदोलन करेगी।
कांग्रेस का संकल्प:
कांग्रेस प्रदेश की हर बहन-बेटी के सम्मान और सुरक्षा के लिए कटिबद्ध है। हम माँ दुर्गा की शक्ति से भाजपा की स्त्री-विरोधी मानसिकता के खिलाफ संघर्ष जारी रखेंगे और तब तक चुप नहीं बैठेंगे जब तक न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होती।
इस अवसर पर श्रीमती नीलम गांधी (पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष, इटारसी), सुश्री नेहा चावरे (नगर कांग्रेस महिला अध्यक्ष), ,नगरपालिका नेता प्रतिपक्ष श्रीमती रफत जहां सिद्दीकी , श्रीमती मीना वर्मा (पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष, होशंगाबाद) ने भी अपने अपने विचार रखे।

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