मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
खाद वितरण के लिए बेहतर प्रबंधन तंत्र अपनाते हुए किसानों को की जाए निर्बाद्ध खाद आपूर्ती : कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना
डबल लॉक गोदाम एवं समिती स्तर पर स्थापित खाद वितरण केन्द्र का नियमित निरीक्षण किया जाए
कलेक्टर की अध्यक्षता में खाद वितरण एवं भावान्तर योजना की समीक्षा बैठक संपन्न
अमानक खाद विक्रय एवं बिचौलियों पर सख्त कार्यवाही के दिए निर्देश
नर्मदापुरम/ कलेक्टर ने जिले में मार्कफेड गोदामों एवं सहकारी समितियों के माध्यम से किए जा रहे खाद वितरण की समीक्षा की। कलेक्टर ने विकास खंडवार प्रत्येक तहसीलों में खाद की वर्तमान उपलब्धता एवं भंडारण तथा कुल वितरण का गंभीरता पूर्वक अवलोकन कर अधिकारियों को निर्देश दिए की जिले को प्राप्त खाद आवंटन के अनुरूप डबल लॉक गोदाम एवं सहकारी समितियां के माध्यम से खाद का निर्वात वितरण सुनिश्चित किया जाए।
केंद्रों पर लगने वाली भीड़ पर असंतोष व्यक्त करते हुए कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए की खाद वितरण के लिए बेहतर प्रबंधन तंत्र अपनाए एवं किसानों को की जाने वाली खाद वितरण की संपूर्ण एवं सटीक जानकारी उपलब्ध कराई जाए। जिससे केंद्र एवं गोदाम पर अनावश्यक रूप से भीड़ एकत्रित न हो। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियां एवं मार्कफेड उचित सूचना तंत्र के माध्यम से किसानों तक वितरण दिनांक एवं समय की जानकारी नियमित प्रसारित करें, जिससे उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो। उन्होंने जिला विपणन अधिकारी को निर्देश दिए की मार्केट के तहत संचालित गोदाम की सतत निगरानी करें एवं प्रतिदिन विभिन्न केंद्रों का औचक निरीक्षण भी करें। साथ ही उन्होंने समस्त एसडीएम को निर्देश दिए की सभी अपने क्षेत्र अंतर्गत उचित कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखते हुए खाद्य वितरण सुनिश्चित करें।
बैठक के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिए की खाद वितरण के दौरान संबंधित अधिकारी बिचौलियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तियों के कारण आवश्यकता अनुरूप किसानों को खाद की आपूर्ति नहीं हो पाती है इसलिए बिचौलियों पर कड़ी निगरानी रखी जाए एवं किसी भी परिस्थिति में इनके माध्यम से खाद का उठाव ना हो यह भी सुनिश्चित करें। इस दौरान कलेक्टर ने समस्त एसडीएम एवं कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अमानक खाद एवं उर्वरक के विक्रय पर सख्ती से रोक लगाई जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि संबंधित विभाग अधिक से अधिक जांच एवं निरीक्षण करें। साथ ही भंडारित उर्वरक की भी पर्याप्त जांच की जाए।
बैठक के दौरान कलेक्टर ने कहा कि भावांतर योजना के तहत किसानों को उपलब्ध कराए जाने वाले लाभ से अवगत कराने हेतु जिला स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित किया जाए साथ ही विकासखंड स्तर पर भी उन्हें पर्याप्त रूप से योजना के क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी दी जाए। कलेक्टर ने निर्देश दिए की भाव अंतर योजना के तहत पंजीकृत किसानों के सत्यापन का कार्य भी समय अवधि में पूरा किया जाए। कलेक्टर ने निर्देश दिए की सभी एसडीएम तहसीलदारों एवं समस्त अधीनस्थ अमले को कार्योंमुख करें। किसानों के आरआरसी के वसूली प्रकरणों को भी शीघ्र निपटाए जाने में सहकारिता विभाग के साथ समन्वय बनाएं।
बैठक के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत नर्मदा पुरम हिमांशु जैन, अपर कलेक्टर राजीव रंजन पांडे, संयुक्त कलेक्टर विजय राय, सिटी मजिस्ट्रेट बृजेंद्र रावत, उपसंचालक कृषि जे आर हेडाऊ, जिला विपणन अधिकारी देवेंद्र यादव सहित समस्त एसडीएम एवं अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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