मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
वंदे मातरम गीत मां भारती की साधना और आराधना है, इस गीत से ऊर्जा का संचार होता है - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने पर नर्मदा महाविद्यालय में आयोजित किया गया भव्य कार्यक्रम
नर्मदापुरम/ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वंदे मातरम गीत मां भारती की साधना और आराधना है। वंदे मातरम गीत हमें इतिहास में ले जाता है जहां इस गीत को आत्मसात कर हमारे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अपना बलिदान दिया। यह गीत हमारे वर्तमान को आत्मविश्वास से भी भर देता है, भविष्य को प्रेरणा देता है और हमें यह एहसास कराता है कि ऐसा कोई भी लक्ष्य नहीं जो हम प्राप्त नहीं कर सकते हैं।
श्री मोदी ने कहा कि वंदे मातरम गीत की रचना बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने की थी और बंग दर्शन में इसे प्रकाशित किया था। देखते ही देखते यह गीत सभी बलिदानियों के लिए एक प्रेरणा का गीत बन गया। कोटि-कोटि भारत वासियों का स्वर बन गया। यह गीत करोड़ों लोगों की भावनाओं को व्यक्त करता है। आजादी की लड़ाई से वंदे मातरम गीत जुड़ा रहा। श्री मोदी ने कहा कि 7 नवंबर का दिन ऐतिहासिक है।
आज हम वंदे मातरम गीत की रचना का 150 वर्ष मना रहे हैं, यह अवसर हमें एक नई प्रेरणा देगा साथ ही सभी भारतवासियों को प्रेरणा से भर देगा। उन्होंने इस अवसर पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं एवं बधाई दी। श्री मोदी ने कहा कि वंदे मातरम का मूल भाव मां भारती की शाश्वत संकल्पना है। गुलामी के दौर में वंदे मातरम गीत सभी क्रांतिकारियों के लिए उद्घोष बन गया था। भारत की आजादी को इस गीत ने एक ताकत दी। उन्होंने कहा कि चाहे कितना भी मुश्किल दौर क्यों ना हो भारत अपने स्वर्णिम दौर को पुनर्जीवित करेगा। उल्लेखनीय है कि वंदे मातरम गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री मोदी वर्चुअल रूप से भारत के सभी जिलों के निवासियों को संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहां की हमें एक ऐसे भारत का निर्माण करना है जो धन-धान्य से और शक्ति से परिपूर्ण हो। हमें अपने देश को स्वदेशी की ओर ले जाते हुए आत्मनिर्भर बनाना है। विज्ञान और टेक्नोलॉजी को आत्मसात कर देश को प्रगति के पथ पर ले जाकर अपना अमूल्य योगदान देना है। उन्होंने कहा कि भारत आज विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। यह सब भारतवासियों के सहयोग से ही संभव हो पाया है। दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने वंदे मातरम पोर्टल को लांच किया। इस पोर्टल में भारत का कोई भी नागरिक अपने स्वर में वंदे मातरम गाकर रिकॉर्डिंग वीडियो अपलोड कर सकेंगे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री श्री मोदी ने एक स्मारक सिक्का एवं डाक टिकट का विमोचन भी किया।
राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष का स्वरणोत्सव कार्यक्रम जिले के नर्मदा महाविद्यालय में भव्य रूप से कार्यक्रम आयोजित कर मनाया गया। कार्यक्रम में प्रदेश के परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह, राज्यसभा सांसद श्रीमती माया नारोलिया, सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह, नगर पालिका नर्मदापुरम की अध्यक्ष श्रीमती नीतू महेंद्र यादव, पूर्व विधायक श्रीमती सविता दीवान शर्मा, नर्मदा पुरम संभाग कमिश्नर कृष्ण गोपाल तिवारी, पुलिस महानिरीक्षक मिथिलेश कुमार शुक्ला, कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना, पुलिस अधीक्षक साई कृष्ण एस थोटा, जनप्रतिनिधि राहुल सिंह सोलंकी, हंस राय सहित प्रशासनिक अधिकारी गण, महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं, प्राध्यापक गण एवं प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार बंधु उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने पर नर्मदा महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में सेमेरिटन्स स्कूल के बच्चों ने वंदेमातरम गीत की शानदार प्रस्तुति दी।इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए प्रदेश के परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। आज ही के दिन 7 नवंबर 1875 को बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने वंदे मातरम गीत की रचना की थी। वंदे मातरम गीत की संकल्पना को 150 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। उन्होंने कहां की आज के बच्चे भाग्यशाली है जिन्होंने आजाद भारत में जन्म लिया। इस युग में जन्म लिया है जहां पर आज भारत चहुऔर विकास की प्रगति को छू रहा है। उन्होंने कहा कि आज का दिन हम सबके लिए अस्मरणीय है। क्योंकि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंदे मातरम गीत की विस्तृत व्याख्या की और देश के बच्चों पर और नौजवान पीढ़ी पर विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के सशक्त भारत की परिकल्पना 2047 में पूर्ण होगी। श्री राव ने कहा कि आज हम उसे मोड पर खड़े हैं जिसकी संकल्पना हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने की थी। उन्होंने कहा कि आज युवा पीढ़ी के लिए देश में एक अच्छा प्लेटफार्म है। जहां वह अपने सभी सपनों को पूर्ण कर सकते हैं। डिजिटल युग में बच्चों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि सभी बच्चे एवं युवा पीढ़ी अच्छी संभावना के साथ आगे बढ़े। मध्य प्रदेश के औद्योगिकरण को समृद्धि के शिखर पर ले जाएं। उन्होंने इस अवसर पर सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी। साथ ही सभी विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि वह बिना समय गवाएं अपने शैक्षणिक अध्ययन पर ध्यान दें। परीक्षा के समय अपने माता-पिता एवं गुरु के बताए मार्ग पर चले। अत्यधिक परिश्रम करें और अपने सपने को पूरा करें। आने वाला समय देश के सभी युवाओं के लिए ही है। युवाओं के पराक्रम एवं परिश्रम से देश उत्तरोत्तर प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थी बिना किसी दबाव एवं भय के परीक्षा दे, सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम गीत सिर्फ गीत ही नहीं अपितु यह हमारी स्वतंत्रता की धरोहर है। उन्होंने इस अवसर पर वंदे मातरम गीत को स्वर प्रदान करने वाले रविंद्र नाथ टैगोर एवं वंदे मातरम गीत की रचना करने वाले बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय का स्मरण किया।


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