मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
समेरिटंस विद्यालयों में गीता जयंती का आयोजन
नर्मदापुरम। गीता जयंती के अवसर पर समेरिटंस विद्यालयों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समूह के मुख्य शाखा विद्यालय सांदीपनि परिसर नर्मदापुरम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पं तरूण तिवारी ने गीता ज्ञान को बहुत ही सरल तरीके से बच्चों का बताया। कार्यक्रम में प्राचार्य श्रीमती प्रेरणा रावत, आरके सिंह, आरके रघुवंशी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ योगेश्वर भगवान कृष्ण और गीता की पूजा के साथ हुआ।
उन्होंने कहा कि गीता का ज्ञान भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत के युद्ध के दौरान विषादग्रस्त अर्जुन को दिया था। गीता हमें अपने कर्तव्यों का बोध कराती है। गीता हमें जीना भी सिखाती है और उचित अनुचित का ज्ञान भी देती है। उन्होंने कहा कि गीता का आरंभ धर्म शब्द से होता है, जबकि गीता का समापन मम शब्द से होती है। इसका तात्पर्य यह है कि धर्म और मेरे बीच के जो कर्तव्य हैं, वहीं गीता है। उन्होंने कहा कि हमारे सभी कार्य करना ही हमारा कर्म और धर्म है।
समूह के इटारसी विद्यालय में गीता जयंती के अवसर पर सेवानिवृत्त प्राचार्य जीपी मालवीय, श्री गंगवानी, महेंद्र बागरे, मनीष सिंह राजपूत, प्राचार्य प्रशांत दीक्षित उपस्थित रहे। इस दौरान अतिथियों ने बच्चों को जीवन में गीता अपनाने की अपील की और कहा कि सभी को प्रतिदिन गीता का पाठ करना चाहिए।

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