मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
गीता जयंती महोत्सव कार्यक्रम संपन्न
नर्मदा पुरम। सांदीपनि शा कृषि उमावि विद्यालय पवारखेड़ा में गीता जयंती महोत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्था के 18 विद्यार्थियों ने गीता के 18 श्लोक स्वरूप अपनी प्रस्तुति दी, और उन श्लोकों का हिन्दी अनुवाद अर्थ सहित विवरण समझाया।
इस अवसर पर संस्था प्राचार्य संदीपन नीखर ने कहा है कि भारतीय संस्कृति सृजन संस्कार पर्व महोत्सव में इन अद्भुत देव ग्रंथों पुराणों वेद, का जीवन की नैसर्गिक सौंदर्य सुंदरता के साथ साथ जीवन जीने की कला जीवन का स्तर और जीवन की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाती है।
इनका सदुपयोग समय पर करे और इनसे प्राप्त शिक्षा को ग्रहण करें अपना जीवन सफल सार्थक बनाए, क्योंकि इन ग्रंथों में वो रहस्य और सफलताएं छिपी हुई हैं बस सोच समझ समर्पण सहयोग पहल की जरूरत है, श्री कृष्ण जी ने गीता के माध्यम से युग परिवर्तन के वो आयामों को लेकर समझाया गया है कि जिसने भी पालन किया है उसके जीवन में हमेशा सफलताएं हासिल हुई हैं।
इसी क्रम में संस्था के पं अखिलेश केशवरे ने विस्तार पूर्वक कहा है कि विषाद योग, सांख्य योग, कर्म योग, संयास योग, कर्म ज्ञान योग, आत्म संयम योग, अक्षत ब्रह्म योग, ज्ञान विज्ञान योग, राज विधा ग्रह योग, विभूति योग, विश्व रूप दर्शन योग, भक्ति योग, क्षेत्रज योग, गुण विभाग योग, पुरूषोतम योग, देव असुर संपति योग, श्रद्धा प्रेम गुण योग, मोक्ष संयास योग आदि की जानकारी दी गई है।
इस अवसर पर संस्था की श्रीमती निधि शिव पुरिया, श्रीमती बबीता साहू ने इस गीता जयंती महोत्सव कार्यक्रम की सूत्रधार रही और शानदार प्रस्तुति विद्यार्थियों द्वारा दी गई।

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