मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
नागद्वारी यात्रा 1 लाख श्रद्धालु बने इस पवित्र यात्रा के साक्षी
प्रशासनिक एवं पुलिस अमला प्रत्येक क्षेत्र में मोर्चा संभालते हुए व्यवस्थाओं को कर रहे सुनिश्चित
नर्मदापुरम/ नागद्वारी मेले के तीसरे दिन भी भक्तों की अपार भीड़ से पचमढ़ी में "हर हर महादेव "के जयकारों से पचमढ़ी की वादियों में भक्ति का अनूठा संचार उत्पन्न हो रहा है। दर्शन हेतु पधारे भक्तों से पूरा पचमढ़ी भक्तिमय हो रहा है। नागद्वार पदमशेष का मार्ग पचमढ़ी से नागद्वार तक भक्तों की लंबी-लंबी अनवरत चल रही है।
मेले की व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्राप्त है सही निरीक्षण एवं व्यवस्थाओं का अवलोकन किया जा रहा है। सोमवार को अतिरिक्त दण्डाधिकारी नर्मदापुरम श्री डीके सिंह, सचिव महादेव मेला समिति श्रीमति अनीशा श्रीवास्तव द्वारा मेले के विभिन्न सेक्टरों पर पहुंचकर व्यवस्था निरिक्षण किया गया एवं अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये जा रहे हैं। प्रशासन प्रत्येक आवश्यक व्यवस्था को सुदृण बनाये हैं।
मेले में श्रद्धालुओं के पेयजल व्यवस्था के लिए पानी के टैंकरों, केन, डीजल पाइपलाइन एवं अन्य माध्यमों से पेयजल आपूर्ति को सुनिश्चित किया जा रहा है। पुलिस प्रशासन के तरफ से पूरे मेला क्षेत्र में लगभग 630 जवान तैनात किये गये हैं जो कि श्रद्धालुओं को आवश्यक सुरक्षा एवं मदद प्रदान कर रहे हैं। पचमढ़ी से जलगली तक शान द्वारा निर्धारित परमिट के आधार पर वाहनों का संचालन सुनिश्चित किया जा रहा है। परिवहन विभाग द्वारा भी निरंतर चेकिंग के माध्यम से अधिक वसूली करने वाले वाहन संचालकों पर कार्यवाही की जा रही है। इसी प्रकार बिना परमिट के जिप्सी संचालन किए जाने पर भी परिवहन विभाग द्वारा जिप्सी को तहसील कार्यालय में खड़ा करवाया गया।
तहसील कार्यालय स्थित मुख्य कंट्रोल रुम द्वारा समस्त व्यवस्थाओं जैसे भोजन पानी एवं साफ सफाई हेतु लगाए, सफाई कर्मियो के द्वारा मेला क्षेत्र में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है एवं नागद्वार क्षेत्र ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों को स्थल पर भोजन भिजवाने की व्यवस्था भी की जा रही है। विभिन्न स्थानों पर निःशुल्क भण्डारों के संचालन में प्रशासन द्वारा सफाई कर्मी एवं ब्लीचिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
श्रद्धालु जो कि अपने साथ आए परिवार तथा साथियों से बिछड गये थे उन्हे शासन की मुस्तैदी से अपने परिजनों से मिलवाया गया है जिसमें प्रमिला निमबांडकर जो जलगली से बिछड गई थीं, पता करने पर वह अपने अन्य साथियों के साथ अपने घर नागपुर पहुंच गई, इसी तरह वैष्णवी जो कि होटल हाईलैंड से अपने परिवार से अलग हो गई थी उन्हें भी प्रशासन द्वारा पूरी सजगता के साथ उनके परिवार से मिलवा दिया गया। मेले में संचालित खोया पाया केंद्र द्वारा निरंतर ही ऐसे श्रद्धालु जो अपने परिवार जनों से बिछड़ गए हैं उन्हें उनके परिवारजनों से मिलवाया जा रहा है। इसी प्रकार नियमित रूप से वाहन परमिट भी दिए जा रहे हैं। आज दिनांक तक कुल 366 वाहन परमिट वितरित किये जा चुके हैं।
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