*कांग्रेस विधायक अजय सिंह के ध्यानाकर्षण से स्कूली शिक्षा विभाग की खुली पोल*
*निजी स्कूलों की मनमानी और अवैध वसूली और कमिशन खोरी पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से सरकार को चेताने कांग्रेस ने विधानसभा में मोर्चा खोला*
*प्रदेश के लाखो अभिभावकों की आवाज को आज विधानसभा तक पहुंचाया*
भोपाल। आज सदन में गूंजा *स्कूली शिक्षा माफियाओ* का मुद्दा किताब कॉपियो और ड्रेस के साथ अवैध फ़ीस वृद्धि पर कांग्रेस विधायक *श्री अजय सिंह* राहुल ने भाजपा सरकार को ध्यानाकर्षण के माध्यम से घेरा,सदन में एनसीआरटी की किताबें दिखा कर शासकीय आदेशों की याद दिलवाई की जब सरकार आदेश में एनसीआरटी लागू करने के निर्देश दे रही है फिर निजी पब्लिकेशन की किताबे उच्च मूल्यों पर क्यों बेची जा रही है ? क्यों अभिभावकों को मजबूर किया जाता हैं
*फीस वृद्धि के विषय में कहा गया*
अगर कोई स्कूल सत्र प्रारंभ होने अर्थात 1 अप्रैल से 90 दिन पूर्व आगामी वर्ष की फीस और पिछले 3 साल की फीस और सम परीक्षित लेखें उपलब्ध नहीं करता एवं यदि स्कूल की पिछले वर्ष की लाभ 15% से अधिक है तो वह कोई भी फीस वृद्धि नहीं कर सकता। कोई भी निजी स्कूल फीस एक्ट 2017 में बताए गए निर्धारित मदों के अतिरिक्त किसी अन्य मद में फीस नहीं वसूल सकता। एक्ट में 10% फीस वृद्धि की इजाजत है लेकिन शर्तों के साथ। परंतु आज भी पोर्टल पर अधिकांश स्कूलों ने जानकारी नहीं दी है सरकार इस दिशा में क्या कार्यवाही करेगी।
कमीशन के लालच में बस्तों का बोझ बड़ाया जा रहा है जो की मानवाधिकारों का स्पष्ट हनन है बाल अधिकार क़ानून का मखौल उड़ाना माफियाओं का शग़ल बन गया है और प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है।
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