मिलर्स के साथ बैठक कर उपार्जित धान का उठाव सुनिश्चित करें: कलेक्टर सुश्री मीना धान उपार्जन 2025-26: अब तक कुल 7484 किसानों से 86370 एमटी धान का किया गया उपार्जन उपार्जन हेतु 91 हजार हेक्टेयर से अधिक रकबे का हुआ पंजीयन, गत वर्ष की तुलना में 31 हजार हेक्टेयर से अधिक बढ़ा पंजीयन हेतु रकबा किसान पंजीयन में भी हुई पिछले वर्ष से 10 हजार किसानों से अधिक की वृद्धि उपार्जित स्कंद के विरुद्ध 83 प्रतिशत से अधिक धान का हुआ परिवहन - AKN News India

Breaking

Post Top Ad

Post Top Ad

Thursday, 18 December 2025

मिलर्स के साथ बैठक कर उपार्जित धान का उठाव सुनिश्चित करें: कलेक्टर सुश्री मीना धान उपार्जन 2025-26: अब तक कुल 7484 किसानों से 86370 एमटी धान का किया गया उपार्जन उपार्जन हेतु 91 हजार हेक्टेयर से अधिक रकबे का हुआ पंजीयन, गत वर्ष की तुलना में 31 हजार हेक्टेयर से अधिक बढ़ा पंजीयन हेतु रकबा किसान पंजीयन में भी हुई पिछले वर्ष से 10 हजार किसानों से अधिक की वृद्धि उपार्जित स्कंद के विरुद्ध 83 प्रतिशत से अधिक धान का हुआ परिवहन


मनोज सोनी एडिटर इन चीफ 
 

मिलर्स के साथ बैठक कर उपार्जित धान का उठाव सुनिश्चित करें: कलेक्टर सुश्री मीना

धान उपार्जन 2025-26: अब तक कुल 7484 किसानों से 86370 एमटी धान का किया गया उपार्जन

उपार्जन हेतु 91 हजार हेक्टेयर से अधिक रकबे का हुआ पंजीयन, गत वर्ष की तुलना में 31 हजार हेक्टेयर से अधिक बढ़ा पंजीयन हेतु रकबा

किसान पंजीयन में भी हुई पिछले वर्ष से 10 हजार किसानों से अधिक की वृद्धि

उपार्जित स्कंद के विरुद्ध 83 प्रतिशत से अधिक धान का हुआ परिवहन


नर्मदापुरम// कलेक्‍टर सुश्री सोनिया मीना के निर्देशानुसार जिले में खरीफ वर्ष 2025-26 अंतर्गत समर्थन मूल्य पर धान का उपार्जन सतत रूप से किया जा रहा है। वर्तमान में जिले में स्थापित 70 धान उपार्जन केंद्रों पर किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा सभी केंद्रों पर उपार्जन हेतु समस्त अवश्य सुविधाएं सुनिश्चित करते हुए धान उपार्जन का कार्य निरंतर गति से करवाया जा रहा है। साथ ही कलेक्‍टर द्वारा जारी निर्देशों के परिपालन में समस्त अनुविभागीय अधिकारियों, जिला एवं खंड स्तरीय उपार्जन समिति के अधिकारियों द्वारा सतत रूप से भ्रमण कर सुचारू उपार्जन प्रक्रिया को सुनिश्चित किया जा रहा है।

गत वर्ष की तुलना में जिले में 7 हजार हेक्टेयर से अधिक बढ़ा धान का रकबा, उपार्जन हेतु 91 हजार हेक्टेयर से अधिक रकबे का हुआ पंजीयन

खरीफ वर्ष 2025-26 के तहत नर्मदापुरम जिले में गत वर्ष की तुलना में लगभग 7700 हेक्टेयर से अधिक धान का रकबा बढ़ा है। जिले में धान उपार्जन के पंजीयन हेतु बनाए गए 30 केंद्रों से 2025-26 के लिए 32388 किसानों द्वारा पंजीयन किया गया है, जबकि गत वर्ष यह संख्या 21335 थी। किसानों द्वारा धान उपार्जन वर्ष 2025-26 के लिए कुल 91693.89 हेक्टेयर रकबे का पंजीयन किया गया है जो कि गत वर्ष की तुलना में 31294 हेक्टेयर अधिक है।

83 प्रतिशत से अधिक उपार्जित स्कंद का हुआ परिवहन, किसान पंजीयन में भी हुई 10 हजार से अधिक की वृद्धि

जिला आपूर्ति अधिकारी श्रीमती रश्मि साहू से प्राप्त जानकारी के अनुसार उपार्जन वर्ष 2025-26 में 21925 किसानों ने स्लॉट बुकिंग की है। जो कि धान उपार्जन वर्ष 2024-25 में 15961 थी। उन्होंने जानकरी दी है कि अब तक 7484 किसानों से 86370 एमटी धान का उपार्जन किया जा चुका है। गत उपार्जन वर्ष 2024-25 की अवधि में कुल 13642 किसानों ने 166265 एमटी धान का विक्रय समर्थन मूल्य पर किया था। वर्तमान में 70345 एमटी धान का सफल परिवहन किया गया है जो कि कुल उपार्जित धान का 83.45 प्रतिशत है। वर्तमान में लगभग 2076 एमटी धान आर टू टी के लिए शेष है। कुल उपार्जन मात्रा के विरुद्ध अब तक 60638 एमटी के स्वीकृति पत्रक जारी किए जा चुके है।

अब तक 125 करोड़ रुपए के ईपीओ हुए जारी

उपार्जित स्कंद के के लिए इस वर्ष कुल भुगतान योग्य राशि 204.6 करोड़ के विरुद्ध 125.4 करोड़ राशि के ईपीओ जारी किए जा चुके हैं। मिलर्स के साथ भी बैठक कर समन्वय स्थापित किया जा रहा है जिससे कि धान के उठाव में अधिक तेज़ी आए। जिला आपूर्ति अधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि जिन वेयरहाउस में धान का भंडारण पूरा किया जा चुका है उन सभी वेयरहाउस (उपार्जन केंद्रों) से धान का निरंतर परिवहन भी सुचारू किया गया है।

मिलर्स के साथ बैठक कर उपार्जित धान का उठाव सुनिश्चित करें: कलेक्टर सुश्री मीना

उक्त संबंध में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने निर्देश दिए हैं कि मिलर्स के साथ समन्वय कर उपार्जित धान का समयबद्ध उठाव सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने समस्त अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन मिलर्स के साथ अनुबंध नहीं हो पाए हैं, उन कारणों से उत्पन्न समस्याओं का शीघ्र समाधान करते हुए धान के सुचारू उठाव की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

No comments:

Post a Comment

मातृ पोषण और पेरेंटल आयरन के लिए चिकित्‍सकों एवं नर्सिंग ऑफिसर का प्रशिक्षण संपन्‍न

मनोज सोनी एडिटर इन चीफ   मातृ पोषण और पेरेंटल आयरन के लिए चिकित्‍सकों एवं नर्सिंग ऑफिसर का प्रशिक्षण संपन्‍न नर्मदापुरम// मातृ मृत्यु दर में...

Post Top Ad

Responsive Ads Here