मनोज सोनी एडिटर इन चीफ
डोंगरवाड़ा बना अयोध्या और हर गली बनी वृंदावन
प्रभु आगमन के उत्साह में झूमे नर नारी
नर्मदापुरम। डोंगरवाड़ा गांव के लिए बुधवार का दिन जिले में गौरवशाली इतिहास बन गया। यह अवसर था प्रभु जगन्नाथ भगवान के आगमन की प्रसन्नता का ऐसा ज्वार था जो कि लोगों से संभाले नहीं सम्भल रहा था। ग्रामीणों ने पूरे गांव की गलियों को गाय के गोबर से लीपा। घर में बंदनवार बांधे, घर के सामने रंगोली बनाई। गौरतलब है कि प्रभु के आगमन के उत्साह में लोगों को दिन और रात तक का श्रद्धालुओं को भान नहीं रहा। जिसमें बालिकाएं, महिलाएं और खासकर बुजुर्ग महिलाएं पूरी रात सजावट के काम में लगी रही। वहीं सुबह हुई तो वे सभी सोलह श्रृंगार करके भगवान की कलश यात्रा में सम्मिलित होने के किए मंदिर प्रांगण में उपस्थित हो गई थीं।
शोभायात्रा प्रारंभ हुई तो नन्ही बालिकाओं से लेकर वृद्धाएं भी थिरक उठी। सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे घर राम आए हैं। भजन आज डोंगरवाड़ा में पूरी तरह सार्थक हो उठा।
कलश यात्रा में मंदिर के ठाकुर राजा डॉ आशुतोष शर्मा, समिति के दिव्यजीत राय, जितेंद्र जामलिया, प्रमोद शर्मा, अमित माहेश्वरी विप्रगण के साथ सबसे आगे चल रहे थे। उसके बाद गांव की महिलाएं मंगलगान गाते हुए और सिर पर कलश रखकर आगे चल रही थी। वही जिन महिलाओं ने कलश नहीं लिया था वे प्रसन्नता से थिरक उठी, पूरी यात्रा में न तो उनके पैर रुके और न ही वे थकी। उनके चेहरे उत्साह और प्रसन्नता से झलक रहे थे।
यात्रा का समापन मां नर्मदा के तट पर हुआ, सभी श्रद्धालुओं ने वहां पहूंच कर मां नर्मदा की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की । इसके पश्चात सभी श्रद्धालु जगन्नाथ मंदिर परिसर पहुंचे और आगे की पूजा प्रारंभ हुई।
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