कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी
नर्मदा पुरम। कांग्रेस कमेटी ने आईटीआई स्थित एक निजी गार्डन में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए सभा आयोजित की। शहर अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी ने बताया कि हमेशा आसमानी रंग की पगड़ी पहनने वाले मनमोहन सिंह ने 22 मई, 2004 को भारत के 14वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। उन्हें एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर कहा गया, लेकिन मनमोहन ने न सिर्फ 5 साल का कार्यकाल पूरा किया, बल्कि अगली बार भी सरकार में वापसी की।
मंझे हुए अर्थशास्त्री रहे डॉ. मनमोहन सिंह जब राजनेता बने, तो उनकी शख्सियत के कई अनदेखे पहलू सामने आए लेकिन आज वह हमारे बीच नहीं रहे हम उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते हैं , वही संगठन मंत्री मधुसूदन यादव ने अपने वक्तव्य में कहा कि लोकसभा में वोट के बदले नोट विषय पर विषय पर चर्चा हो रही थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह विपक्ष पर सवालों पर जबाव दे रहे थे। इस दौरान नेता विपक्ष सुषमा ने उन पर कटाक्ष करते हुए कहा था- तू इधर उधर की न बात कर, ये बता के कारवां क्यों लुटा; मुझे रहजनों से गिला नहीं, तेरी रहबरी का सवाल है। इसके जवाब में मनमोहन सिंह ने कहा था- 'माना के तेरी दीद के काबिल नहीं हूं मैं, तू मेरा शौक तो देख, मेरा इंतजार तो देख।'मनमोहन सिंह के इस जवाब पर सत्ता पक्ष ने काफी देर तक मेज थपथपाई थी, वहीं विपक्ष खामोश बैठा । नगर पालिका नेता प्रतिपक्ष अनोखे लाल ,पार्षद मीना वर्मा , पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष अजय सैनी, प्रदेश प्रवक्ता रोहन जैन , फैजान उल हक दीपक सिसोदिया बबलू राठौर विजेंद्र राजपूत आनंद अनिल त्रिवेदी , श्याम दुबे देवेंद्र दुबे लता माधव आमिर फ़ाज़ली दिलीप रावत शेख पप्पू राजेश चौहान जागेश यादव रामगोपाल मालवीय आदि लोगो ने भी अपने विचार व्यक्त कर श्रद्धांजलि अर्पित की ।
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